नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि Breakout Stocks क्या होते हैं और कैसे लोग Breakout Stocks में ट्रेड करके अच्छा खासा मुनाफा कमाते हैं।
Breakout Trading In Hindi | Breakout Stocks In Hindi
आपने अक्सर अपने मोबाइल , टीवी चैनलों पर शेयर बाजार के विशेषज्ञों ,निवेशकों तथा अपने दोस्तों या कहीं न कहीं अपने किसी लोगों के मुँह से ये बोलते जरूर देखा होगा कि आज फला शेयर अपने सपोर्ट जोन को तोड़कर नीचे आ गया हैं और फला शेयर अपने रेसिस्टेंस जोन को तोड़कर ऊपर आ गया हैं अब शेयर की कीमत में क्रमशः बहुत बड़ी गिरावट या उछाल आने वाली हैं।
किसी शेयर की कीमत में इस तरह की अचानक से गिरावट या उछाल को ही Breakout कहा जाता हैं। ब्रेकआउट दोनों दिशाओं में आ सकते हैं अगर किसी शेयर की कीमत में एकदम अचानक से उछाल आती हैं तो ऐसे Positive Breakout कहा जाता हैं इसी प्रकार अगर शेयर की कीमत में अचानक से भारी गिरावट आती हैं तो ऐसे Negative Breakout कहते हैं।
ट्रेडिंग /निवेश करने की दृष्टि से Breakout के दो और प्रकार के होते हैं जिनमें से एक Breakout और दूसरा Fake Breakout होता हैं।
Read More : Big Breakout Stocks
Why People Do Trading In Breakout Stocks ?
शेयर बाजार में काम करने वाले लोग हमेशा उन चीजों की तलाश में होते हैं ,जिनका उपयोग करने से निवेशकों ,ट्रेडर्स को ज्यादा फायदा हो। शेयर बाजार में निवेश करते समय नए निवेशक पहली बार में ऐसे शेयर्स को खरीद लेते हैं। जो कई महीनों से लेकर कई सालों तक प्रॉफिट में नहीं आते हैं अर्थात ऐसे शेयर जितनी वर्तमान कीमत बहुत सुस्त तरीके से धीरे-धीरे बढ़ती हैं। निवेशक इस तरह से अपने पैसों को सुस्त पड़ें शेयर्स में लगाकर फंस जाता हैं।
ऐसी समस्या से बचने के लिए लोग उन शेयर्स में पैसा लगाते हैं जिनके प्राइस में मूवमेंट होती रहती हैं। इसीलिए लोग शेयर बाजार में सिर्फ उन Breakout Stocks में पैसा इन्वेस्ट करते हैं जो साइक्लिक होते हैं और एक अवधि के बाद Breakout होते रहते हैं।
Read More : Krystal Integrated Services Ipo
Benefits Of Trading In Breakout Stocks?
Breakout Stocks में ट्रेडिंग करने का सबसे बड़ा लाभ यही हैं कि Breakout Stocks में निवेशकों के पास थोड़े ही समय में अच्छे पैसे कमाने का मौका होता हैं। जिस वजह से लोग Breakout Trading करना पसंद करते हैं। चूँकि शेयर बाजार में लोग ज्ञान के अभाव में बिना किस प्रकार के विश्लेषण के जल्दवाजी करके शेयर खरीदते या बेचते हैं,उन लोगों को जानकारी नहीं रहती हैं कि जिस कीमत पर उन्होंने शेयर खरीदे या बेचें हैं क्या वो कीमत सही हैं या गलत हैं ,इसके बारें में लोगों को तब पता चलता हैं उन्हें किसी प्रकार का या तो लाभ हो या हानि हो।
मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि शेयर बाजार में जो भी लोग बिना जानकारी के निवेश करने या ट्रेडिंग करने आते हैं उन्हें लगभग 95% हानि ही होती हैं। इसी समस्या को दूर करने के लिए लोग अलग अलग प्रकार के इंडीकेटर्स का इस्तेमाल करके Breakout Stocks में एक बहुत ही सिंपल और सरल रणनीति का उपयोग करके इन्वेस्टिंग तथा ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं। और यही इस Breakout Trading का सबसे बड़ा लाभ हैं।
Less Risk
Breakout Trading से ट्रेड या इन्वेस्टिंग करने पर लोगों को बहुत ही कम जोखिम उठाने की आवश्यकता होती हैं क्योकि ऐसा इसलिए होता हैं कि लोग ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग में एक बहुत छोटा सा स्टॉप लॉस ले के चलते हैं,ताकि Fake Breakout से होने वाले ज्यादा लॉस को सहा जा सकें ,इन्वेस्टिंग में अगर हमारा Stoploss हिट भी हो जाता हैं,तो हम उन शेयर्स को बहुत कम कीमत पर दुवारा से BuyBack कर लेते हैं जिसकी वजह से हमें शेयर्स बहुत कम कीमत पर मिल जाते हैं। जिससे हमें इन्वेस्टिंग में न के बराबर क्षणिक लॉस होता हैं।
Growth Efficiency Of Breakout Stocks?
Read More :How To Invest In Nifty 50 ?
जैसा की हम पहले भी जान चुकें हैं कि Breakout Stocks ऐसे स्टॉक्स होते हैं जिनके प्राइस के अंदर मोमेंटम धीरे धीरे आता हैं ,और जब ये मोमेंटम अंतिम क्षण पर होता हैं। तो इस प्रकार के शेयर्स के प्राइस एकदम से कम या ज्यादा होने लगते हैं। अगर हम इन शेयर्स की ग्रोथ एफिशिएंसी के बारें में बात करें तो इनकी ग्रोथ एफिशिएंसी आपके द्वारा इस्तेमाल किये गए टेक्निकल इंडिकेटर और आपके द्वारा इस्तेमाल की गयी रणनीति पर निर्भर करती हैं जैसे अगर हम मान लें कि आप 200 DMA इस्तेमाल कर रहें हैं तो आपकी ग्रोथ रेट 4-6 महीने में लगभग 15%-20% होंगी और वो भी बिना किसी ज्यादा जोखिम के।
How To Trade In Breakout Stocks?
इस लेख में आगे बढ़ते हुए चलिए जानते हैं कि एक व्यक्ति Breakout Stocks में कैसे Trade या Invest कर सकता हैं,शेयर बाजार में किसी भी तरीके के Trade या Investment करने से पहले आपको शेयर बाजार के कुछ तौर तरीके के बारें में जानना बहुत जरुरी होता हैं। क्योंकि अगर हम किसी अनजान जगह पर साँप के बिल में हाथ डालेंगे तो साँप आपका हाथ काटेगा जरूर।
Read More : 2024 में ट्रेडिंग कैसे सीखें?
इसलिए ब्रेकआउट स्टॉक्स में काम कैसे करना हैं,और अच्छा रिटर्न कैसे निकालना हैं उसके बारें में नीचे प्रैक्टिकल में विस्तार से बताया गया हैं कृपया करके हर एक स्टेप को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
How to Start Breakout Stocks Trading :- Practical Approach
एक उदाहरण के माध्यम से आपको ये बताने की कोशिश करूँगा कि कैसे एक व्यक्ति शेयर बाजार में 30 DMA , 50 DMA ,100 DMA , 200 DMA का इस्तेमाल करके बहुत ही आसानी से 2-4 महीने में 10%-15% रिटर्न प्राप्त कर सकता हैं-
मान लीजिये आप एक व्यक्ति हैं और आपके पास 100000 रूपये हैं। जिन्हे आप शेयर बाजार में लगाना चाहते हैं ताकि आप अपने पैसे पर एक अच्छी रिटर्न हासिल कर सकें। सबसे पहले आपको बिना किसी जल्दवाजी के इन पैसों को 10-12 Debt Mutual Funds में डालना हैं। जो Low Duration तथा Ultra Short Duration के होने चाहिए। इन Debt Funds में कंसिस्टेंट सालाना 8%-9% रिटर्न प्राप्त होती हैं।
How To Find 200 Day Breakout Stocks Today?
उसके बाद हमें उन ब्रेकआउट स्टॉक्स की तलाश करनी हैं। जिसके द्वारा हम अपने पैसे पर एक अच्छी रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं। इस विधि में हम सिर्फ और सिर्फ Nifty 500 इंडेक्स के स्टॉक्स का ही चुनाव करना हैं। इसके साथ में 30 DMA , 50 DMA ,100 DMA , 200 DMA Super Breakout टेक्निकल इंडिकेटर का इस्तेमाल करेंगे।
Breakout Stocks को फ़िल्टर करने के लिए आप हमारी Google Sheet Breakout Stocks का प्रयोग कर सकते हैं।
Read More : Pratham Epc Projects Ipo
इस काम को करने के लिए आप moneycontrol की साइट पर जाकर शेयर्स को 30 DMA , 50 DMA ,100 DMA , 200 DMA पर अलग अलग चेक कर सकते हैं। जिस भी शेयर की कीमत इन चारों DMA के ऊपर हो तो आप उस शेयर को अपनी Watchlist शामिल कर लें लेकिन ध्यान दें शेयर आपको तभी खरीदना हैं। जब आपके शेयर की कीमत 200 DMA से ऊपर 5% -20% के बीच हो जाएँ। तब आपको 10000 रूपये अपने Debt Funds में से निकल कर। उस 10000 रूपये के शेयर खरीद लेना हैं। मान लेते हैं अपने शेयर को 200 DMA के 7% ऊपर खरीद लिया हैं अब आपको बस इसके प्राइस को रेगुलरली वॉच करते रहना हैं।
अगर उस शेयर का प्राइस बढ़ता हैं तब तो अच्छा हैं आप अपने प्रॉफिट टारगेट के हिसाब से जिस प्राइस पर बेचना चाहे तो बेच दें लेकिन इस विधि के हिसाब से आपको लगभग 15% लाभ पर ही बेचना चाहिए जो की इस विधि का एक कंसिस्टेंट एवरेज रहा हैं । और अगर उस शेयर का प्राइस गिरना शुरू हो जाता है तो आपको शेयर का प्राइस 200 DMA के नीचे 5% आने पर उन शेयर्स को बेच देना हैं।
अब इस शेयर को बेचने के बाद भूलना नहीं हैं क्योकि इसका प्राइस गिर रहा हैं जिसकी वजह से आपको इस शेयर को कम कीमत पर खरीदने का मौका मिलेगा।क्योकि एक लम्बे समय में जब इसका प्राइस गिरेगा तो इसका 200 DMA भी गिरता जायेगा। जब आपको लगे की इस शेयर की गिरावट ख़तम होने वाली हैं और इसका प्राइस दुवारा से 200 DMA के 5% ऊपर हो जाये तो आप इसे दुवारा खरीद लें।
इस प्रकार से आप इस विधि द्वारा साल में कभी किसी शेयर को बेच रहें होंगे तो कभी किसी शेयर को कम कीमत पर खरीद रहें होंगे। इस विधि के द्वारा आपको बड़े आसानी से 10%-15% रिटर्न प्राप्त होता रहेगा।
इस काम को करने के लिए आप हमारी Sheet का प्रयोग भी कर सकते हैं।
Note: इस लेख में बताये गए तरीके सिर्फ एजुकेशनल उद्देश्य के लिए है किसी भी प्रकार के निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से विचार विमर्श जरूर कर लें ताकि आर्थिक हानि से बचा जा सकें ,क्योंकि शेयर बाजार में वित्तीय जोखिम शामिल होता हैं।
इन्हे भी पढ़े : How To Find Breakout Stocks In Hindi