Hammer कैंडलस्टिक पैटर्न एक बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न हैं इस लेख में आपको “Hammer Candlestick Pattern In Hindi” के बारें में पूरी जानकारी दी जायेगीं।जब मार्केट में एक बड़ा डाउन ट्रेंड होता हैं तो सपोर्ट पर एक छोटी बॉडी के साथ एक कैंडल बनती हैं जिसकी नीचे की Shadow या Wick कैंडल की बॉडी की तुलना में दोगुनी या तिगुनी होती हैं और ऊपरी Shadow या Wick बहुत छोटी या बिलकुल न के बराबर होती हैं।
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आज इस लेख में हम “Hammer Candlestick Pattern In Hindi” और “Use Of Hammer Candlestick Pattern In Trading”के बारे में हम बहुत विस्तार से जानने वाले हैं :
Definition of the Hammer Candlestick Pattern In Hindi
हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न और कुछ नहीं बल्कि डाउन ट्रेंड के अंत में बनने वाला एक सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न हैं ,जो एक शक्तिशाली बुलिश रिवर्सल का सिग्नल या संकेत देता हैं। इस हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में कैंडल के ऊपरी तरफ एक छोटी बॉडी होती हैं और इसकी एक लम्बी लोअर Shadow (Wick) होती हैं। इस कैंडल की टॉप की Shadow (Wick) बहुत छोटी या न के बराबर होती हैं।
यह कैंडल Bullish तथा Bearish दोनों प्रकार की हो सकती हैं ,इस कैंडल की लोअर Shadow (Wick) की लंबाई कैंडल की बॉडी की लंबाई की कम से कम दोगुनी होती हैं।
इस हैमर पैटर्न में Buyers ,Bears से संघर्ष करके प्राइस को ओपनिंग के ऊपर या कैंडल के ऊपरी ओर लाने की कोशिश करते हैं। जिससे यह एक Bearish से Bullish की और एक स्ट्रॉन्ग मोमेंटम आता प्रतीत होता हैं ,जो अक्सर एक लंबे डाउन ट्रेंड में देखने को मिलता हैं।
Importance of the pattern in technical analysis
हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न की टेक्निकल एनालिसिस में महत्ता/उपयोग के बहुत से कारण हैं जिन्हें विस्तार में नीचे बताया गया हैं :
- Reversal Signal : एक लम्बे डाउन ट्रेंड में हैमर कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न निर्माण का मुख्य उद्देश्य एक मजबूत बुलिश रिवर्सल सिग्नल प्रदान करना हैं। इस पैटर्न का निर्माण यह बताता हैं कि Buyers ,Bears की अपेक्षा प्राइस को ओपनिंग के ऊपर या कैंडल के ऊपरी ओर ले जाने की एक मजबूत कोशिश करते हैं और यह मार्केट को Bearish से Bullish की ओर एक मजबूत मोमेंटम या सिग्नल प्रदान करता है।
- Market Sentiment : यह पैटर्न पार्टिसिपेंट्स को मार्केट के सेंटीमेंट और साइकोलॉजी को जानने में मदद करते हैं। हैमर कैंडल की लोअर लंबी Shadow यह बताती हैं कि कैसे Sellers प्राइस को नीचे लाने की भरपूर कोशिश करते हैं लेकिन अंततः वह प्राइस को ज्यादा नीचे नहीं ला पाते हैं और Buyers प्राइस को कैंडल के ऊपरी ओर लाकर क्लोज करवा देते हैं। Buyers और Bears की इस जंग से मार्केट में सेंटीमेंट पैदा हो जाता हैं की मार्केट में Buyers की एक मजबूत एंट्री हो गयी हैं ,जो मार्केट को अब डाउन ट्रेंड से अपट्रेंड में ले जा सकती हैं।
- Entry and Exit Points :मार्केट में अधिकांश बहुत ट्रेडर हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न को डाउन ट्रेंड से बुलिश रिवर्सल में एक लॉन्ग पोजीशन में एंट्री सिग्नल के रूप में प्रयोग करते हैं। यह कैंडल ट्रेडर्स को शार्ट पोजीशन में एग्जिट के लिए भी पॉइंट सिग्नल प्रदान करती हैं ,जिसका प्रयोग करके ट्रेडर अपनी एग्जिट स्ट्रेटेजी का निर्माण कर सकते हैं। क्योकिं किसी भी ट्रेड में प्रॉपर एंट्री और एग्जिट बहुत जरुरी हैं ताकि आपको ट्रेड में नुकसान कम से कम और फायदा ज्यादा से ज्यादा हो।
- Confirmation and Validation : चूँकि हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न स्वयं में एक मजबूत बुलिश रिवर्सल पैटर्न हैं ,फिर भी किसी ट्रेड में एंट्री लेने से पहले ट्रेडर्स को कन्फर्मेशन के लिए अन्य टेक्निकल इंडीकेटर्स या कैंडलस्टिक पैटर्न्स (जैसे- bullish engulfing or piercing patterns or increasing volume) का प्रयोग करना चाहिए।
- Risk Management : अधिकांश ट्रेडर हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न को अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में रिस्क को अच्छे से मैनेज करने के लिए प्रयोग करते हैं। ट्रेडर हैमर कैंडल के लॉ का स्टॉपलॉस रखकर अपने रिस्क को सीमित कर लेते हैं अगर उनका बुलिश रिवर्सल सिग्नल फैल होता हैं।
- Trend Analysis: अगर हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न एक लंबे डाउन ट्रेंड में सपोर्ट लाइन पर बनता हैं तो यह इसकी सत्यता को बढ़ा देता हैं।जो ट्रेडर्स को ट्रेंड एनालिसिस में एक कीमती दृष्टिकोण प्रदान करता हैं।
इस प्रकार हम आसानी से कह सकते हैं कि हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न टेक्निकल एनालिसिस में एक मजबूत कड़ी सिद्ध होता हैं। जो ट्रेडर्स को ट्रेड के लिए बहुत जरुरी होता हैं।
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Hammer candlestick Pattern की पहचान
हैमर कैंडलस्टिक की शारीरिक बनावट में बहुत से घटक मौजूद होते हैं जिन्हे विस्तार में नीचे बताया गया हैं।
Body
हैमर कैंडलस्टिक की बॉडी अपनी लोअर Shadow की तुलना में बहुत छोटी और यह कैंडल के ऊपरी भाग में स्थित होती हैं। इसकी बॉडी ट्रेडिंग सेशन के ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस के अन्तर को प्रदर्शित करती हैं। अगर हैमर कैंडलस्टिक Bullish हैमर हैं तो इसका क्लोजिंग प्राइस इसके ओपनिंग प्राइस के ऊपर होता हैं ,जबकि Bearish हैमर में क्लोजिंग प्राइस इसके ओपनिंग प्राइस के नीचे होता हैं। जिसकी वजह से इनके रंग क्रमशः हरा और लाल रहते हैं।
Upper shadow (wick)
हैमर कैंडलस्टिक के बॉडी के ऊपरी भाग को कैंडल की Upper Wick कहा जाता है। यह ट्रेडिंग सेशन मे highest प्राइस को प्रदर्शित करती हैं कि buyers प्राइस को किस highest पॉइंट तक ले गए थे । हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में Upper Wick बहुत छोटी या न के बराबर देखने को मिलती हैं। यह बताती हैं कि Buyers प्राइस को ओपनिंग प्राइस से ऊपर लाने में सक्षम थे।
Lower shadow (wick)
हैमर कैंडलस्टिक की lower shadow(wick) कैंडल की बॉडी की तुलना में लगभग दुगुनी होती हैं। यह कैंडल की बॉडी के नीचे होती हैं ,और यह बताती हैं कि Sellers प्राइस को किस Lowest पॉइंट तक ले गए थे। हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का यह सबसे विशिष्ट लक्षण होता हैं। lower shadow(wick) यह बताती हैं कि buyers ,sellers को कैसे डोमिनेट करके प्राइस को दुवारा नीचे से ऊपर ले जाते हैं। और यह मार्केट में एक बुलिश मूवमेंट को इंडीकेट करती हैं।
ये कुछ घटक हैं जिनकी मदद से ट्रेडर हैमर कैंडलस्टिक की पहचान और अपने ट्रेड को एक्सेक्यूट कर सकता हैं।
Hammer Candlestick Patterns की विशेताएं
शेयर मार्केट में केवल हैमर कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न बनने से किसी ट्रेड को एक्सेक्यूट नहीं करना चाहिए बल्कि उसके पहले हमें हैमर कैंडलस्टिक की जाँच करनी चाहिए।
Open and Close
हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में कैंडल की ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस एक दूसरे से संबंधित होती हैं,और यह प्राइस रेंज मार्केट सेंटीमेंट के लिए अतिरिक्त अन्तर्दृष्टि प्रदान करती हैं। bullish Hammer में कैंडलस्टिक की ओपनिंग कैंडल के लो और क्लोजिंग हाई के पास होती हैं। जबकि bearish Hammer में ओपनिंग हाई और क्लोजिंग लो के पास होती हैं।
Color
हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में कलर से कोई फर्क नहीं पड़ता हैं। विभिन्न चार्टिंग प्लेटफॉर्म्स में अगर Bullish Hammer हैं जिसमे ओपनिंग प्राइस लो के पास और क्लोजिंग प्राइस हाई के पास रहता हैं तो उसमें white या green कलर की बनती हैं। जबकि Bearish Hammer जिसमें ओपनिंग हाई के और क्लोजिंग लो के पास होती हैं उसमें black या red कलर की कैंडल बनती हैं।
Size Interpretation
किसी भी कैंडलस्टिक की body और उनकी upper wick ,lower wick की लंबाई कुछ इंटरप्रिटेशन देती हैं। वे बताती हैं कि अगर बॉडी की लंबाई ज्यादा हैं तो जो ट्रेंड चल रहा हैं उसके आगे भी चलने के चांस ज्यादा हैं। और यदि दोनों wick की लंबाई ज्यादा हैं तो मार्केट में volatility ज्यादा हैं ,इसमें बुल्स और बेअर्स की लड़ाई बहुत ज्यादा चल रही हैं मार्केट sideways रह सकता हैं।
Hammer Candlestick Pattern की जाँच
जब आप हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न की पहचान और जाँच विभिन्न प्लेटफॉर्म्स जैसे tradingview या zerodha पर कर लें। तब आपको निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
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Consideration of volume
जब हैमर पैटर्न एक मजबूत बुलिश रिवर्सल पैटर्न दे ,तब ट्रेडर्स को कन्फर्मेशन के लिए ट्रेडिंग वॉल्यूम को जांचना चाहिए। अगर ट्रेडिंग वॉल्यूम में हैमर पैटर्न बनने के बाद वृद्धि होती हैं तो यह एक मजबूत विश्वसनीय बुलिश रिवर्सल सिग्नल हैं।
Location within a trend
अगर हम हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न बनने की बात करें तो यदि यह एक लंबे डाउन ट्रेंड में बनता हैं और इसके सत्यता की अधिकतर गारंटी रहती हैं कि यह एक अच्छा मजबूत बुलिश रिवर्सल दें। हालाँकि हैमर कैंडलस्टिक का निर्माण अपट्रेंड और कंसोलिडेशन अवधि में भी होता हैं लेकिन इसका कोई महत्व ज्यादा नहीं होता है।
Combination with Other Technical Indicators
अधिकांश ट्रेडर्स हैमर पैटर्न की जाँच के लिए बहुत प्रकार के टेक्निकल इंडीकेटर्स का प्रयोग करते हैं जिसमे moving averages ,oscillators , bullish engulfing candle आदि शामिल हैं। ताकि उनके सफल ट्रेड की संभावना बढ़ सकें। जैसे बढ़ते moving average और oversold conditions पर अगर हैमर पैटर्न बनता हैं तो यह एक अतिरिक्त बुलिश रिवर्सल कम्फर्मेशन सिग्नल हैं।
Examples of Hammer candlestick patterns in charts
चूँकि हैमर कैंडलस्टिक कई प्रकार के चार्ट होते हैं जिनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं।
Example.1
Example.2
Tips for trading with Hammer candlesticks
अगर आप हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न के साथ ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको एंट्री और एग्जिट की रणनीति मार्केट मूड ,कन्फर्मेशन सिग्नल और रिस्क मैनेजमेंट के साथ बहुत सावधानी पूर्वक तय करनी चाहिए। यहां पर ट्रेड में एंट्री और एग्जिट लिए कुछ रणनीतियां बताई जा रही हैं।
Entry Strategies:
- Confirmation Candlestick:जब तक डाउन ट्रेंड में हैमर कैंडलस्टिक के बाद एक अगली कन्फर्मेशन कैंडल नहीं बनती हैं तब तक आपको वाच करना हैं। जब हैमर कैंडलस्टिक के हाई के ऊपर अगली बुलिश कैंडल बन जाये तब आपको एक लॉन्ग पोजीशन के लिए enter करना हैं। यह एक बुलिश मोमेंटम है और सफल ट्रेड के लिए बेहतर सिद्ध होती हैं।
- Breakout Entry: आप हैमर पैटर्न के हाई के ऊपर घटित breakout में एक लॉन्ग पोजीशन की एंट्री ले सकते हैं। यह आपको अपवर्ड फॉलोइंग मोमेंटम को कैप्चर करने करने में मदद करेगा। हालाँकि फिर भी आपको कन्फर्मेशन के लिए इंतजार करना चाहिए ताकि आपका breakout आगे बना रहें।
- Retest Entry: आपको हैमर कैंडलस्टिक के बाद बनने वाली कैंडल का इंतजार करना चाहिए। यदि प्राइस हैमर कैंडलस्टिक के लो को रेटेस्ट करता हैं और हैमर के नीचे क्लोजिंग देने में फैल हो जाता हैं तो आप एक लॉन्ग पोजीशन के लिए एंट्री ले सकते हैं। यह आपको कम रिस्क और उचित प्राइस पर एंट्री के लिए अच्छा मौका प्रदान करेगी।
- Combination with Other Indicators:आप ट्रेड में एंट्री लेने के लिए अन्य टेक्निकल इंडीकेटर्स का प्रयोग कर सकते हैं।
Exit Strategies:
- Target Price: आप स्टॉक या इंडेक्स के रेजिस्टेंस लेवल्स को देखकर अपने लिए एग्जिट पॉइंट तलाश कर सकते हैं। आपको ट्रेड में प्रॉफिट तभी लेना चाहिए जब प्राइस अपने टारगेट लेवल तक पहुंच जाये। आपको मार्केट कंडीशन और बुलिश बुलिश मोमेंटम की शक्ति के हिसाब से अपने टारगेट प्राइस को एडजस्ट करके चलना चाहिए।
- Trailing Stop Loss: अचानक से आये विपरीत मूवमेंट में आपको अपने प्रॉफिट को बचाने के लिए ट्रेलिंग स्टॉपलॉस का प्रयोग करना चाहिए।
- Bearish Reversal Signals: आपको प्राइस एक्शन पर नजर रखनी चाहिए ,अगर मार्केट में बेयरिश रिवर्सल जैसे- बेयरिश रिवर्सल सिग्नल्स या बेयरिश पैटर्न बनता नजर आये तो आपको मार्केट से एग्जिट कर जाना हैं।
- Time-based Exit: अगर मार्केट कंडीशन में प्रतिकूल परिवर्तन और किसी छोटे टाइम फ्रेम पर ज्यादा डाउन मोमेंटम देखने को मिलें तो आपको उस ट्रेड से बाहर निकल जाना हैं। ताकि आपको और ज्यादा नुकसान न सहना पड़ें।
- Partial Profit-taking:आपको शेयर मार्केट में हमेशा छोटे छोटे प्रॉफ़िट्स को बुक करते रहना चाहिए। यह आपकी कैपिटल को सुरक्षित करने के लिए बहुत जरुरी होता हैं,और लॉस को हमेशा एक बार में बुक करना चाहिए।
Stop-loss:
आपको ट्रेड के लिए स्टॉपलॉस हैमर कैंडलस्टिक के लो पर या उसके नीचे सेट करना चाहिए।और बढ़ते मार्केट में आपको ट्रेलिंग स्टॉपलॉस हमेशा एडजस्ट करके चलना चाहिए।
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Hammer Candlesticks Pattern की सीमाएं और कमियां
निश्चित ही Hammer Candlesticks Pattern एक मजबूत टेक्निकल एनालिसिस टूल हैं फिर भी आपको इसकी सीमाएं और कमियों के बारें में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए। ताकि आप किसी भी फेक पैटर्न से आसानी से बच सकें।
False signals
- Lack of Confirmation: किसी भी सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न की तरह ,हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न भी false सिग्नल्स उत्पन्न करती हैं यदि बाद के प्राइस एक्शन इसे कन्फर्म नहीं करते हैं तो। किसी भी ट्रेडर को केवल हैमर पैटर्न के आधार पर कोई पोजीशन नहीं बनानी चाहिए ,उसको कन्फर्मेशन के लिए अन्य इंडीकेटर्स का wait करना चाहिए।
- Whipsaw Movements: Sideways मार्केट में हैमर पैटर्न अक्सर देखने को मिल जाते हैं। जो कि whipsaw movement होता हैं और हैमर पैटर्न सिग्नल बनने के बाद प्राइस तुरंत रिवर्स हो जाते हैं। इसलिए ट्रेडर्स को मार्केट की कंडीशंस के प्रति सावधान रहना चाहिए।
Market conditions affecting reliability
- Low Liquidity: कभी कभी मार्केट में बहुत कम पार्टिसिपेंट्स और अनियमित प्राइस के कारण मार्केट में कुछ स्टॉक्स की लो लिक्विडिटी की वजह से हैमर पैटर्न की विश्वसनीयता बहुत कम हो जाती हैं। इसलिए Hammer patterns का विश्लेषण करते समय liquidity कंडीशंस का जरूर ध्यान देना चाहिए।
- Trend Strength: अगर हैमर पैटर्न बनने से पहले एक अच्छा डाउन ट्रेंड हैं तो इस हैमर पर विश्वास किया जा सकता हैं लेकिन फिर भी आपको कन्फर्मेशन के लिए इंतजार करना चाहिए। sideways ,choppy और weak market में बहुत बार हैमर पैटर्न फेक सिग्नल प्रदान करता हैं।
- Market Sentiment: बहुत बार ऐसा देखने को मिलता हैं कि हैमर पैटर्न external factors जैसे इकनोमिक न्यूज़ रिलीज़ ,जिओपॉलिटिकल इवेंट्स और इन्वेस्टर्स की सेंटीमेंट्स चेंज होने की वजह से,की विश्वसनीयता प्रभावित हो जाती हैं। इसलिए ट्रेडर्स को ब्रॉडर मार्केट और फंडामेंटल फैक्टर्स को हैमर सिग्नल को इन्टरप्रेट करने से पहले समझाना चाहिए।
Different types of Hammers (e.g., inverted hammer)
चूँकि कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न में हैमर मुख्य रूप से 2 प्रकार के होते हैं-
Hammer candlestick pattern :
इस पैटर्न में हैमर कैंडलस्टिक की बॉडी ऊपर की ओर होती हैं और इसमें बॉडी के ऊपर एक छोटी और न के बराबर ऊपर shadow होती हैं। इसी पैटर्न में बॉडी के नीचे एक लंबी लोअर shadow होती हैं जो बॉडी की तुलना में लगभग दोगुनी रहती हैं। रंग के हिसाब से ये भी 2 प्रकार की होती हैं। एक Green Hammer या Bullish Hammer और दूसरी Red Hammer या Bearish Hammer .
Inverted Hammer candlestick pattern :
इस पैटर्न में हैमर कैंडलस्टिक की बॉडी नीचे की ओर होती हैं और इसमें बॉडी के नीचे एक छोटी और न के बराबर लोअर shadow होती हैं। इसी पैटर्न में बॉडी के ऊपर एक लंबी ऊपर shadow होती हैं जो बॉडी की तुलना में लगभग दोगुनी रहती हैं। रंग के हिसाब से ये भी 2 प्रकार की होती हैं। एक Green Inverted-Hammer या Bullish Inverted-Hammer और दूसरी Red Inverted-Hammer या Bearish Inverted-Hammer.
Conclusion:
Summary of key points
- Hammer candlestick pattern एक सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न हैं जो एक डाउन ट्रेंड के अंत में बनता हैं और एक मजबूत बुलिश रिवर्सल सिग्नल देता हैं।
- इसकी पहचान करने में बहुत सी चीजे शामिल हैं इसमें एक छोटी बॉडी होती हैं जो कैंडल के ऊपरी तरफ रहती हैं और एक छोटी उपर shadow तथा एक लोअर बड़ी shadow होती हैं जो लगभग बॉडी की तुलना में दोगुनी होती हैं।
- हैमर पैटर्न से ट्रेडिंग करने में बहुत सी चीजें शामिल हैं जिसमे कन्फर्मेशन ,रिस्क मैनेजमेंट और मार्केट कंडीशंस को जांचना बहुत जरुरी हैं।
- जबकि हैमर पैटर्न शक्तिशाली होता हैं फिर भी यह बहुत बार फेक सिग्नल भी देता हैं।
Importance of practice and experience in using the Hammer pattern
- किसी भी टेक्निकल एनालिसिस टूल की तरह किसी अच्छे ट्रेड को पहचानने के लिए आपके पास एक्सपीरियंस और प्रैक्टिस होना बहुत जरुरी हैं।
- पुराने हिस्टोरिकल चार्ट्स पर प्रैक्टिस ,real-world examples का विश्लेषण और ट्रेडिंग जर्नल आपकी ट्रेडिंग स्किल्स को निखारने में मदद कर सकती हैं।
- अनुभव ट्रेडर्स को पैटर्न्स को पहचाने में मददगार सावित होते हैं।
- किसी भी चीज विशेषज्ञता हासिल करने के लिए आपको धैर्य ,अनुशासन और आपकी इक्षा के साथ सफलता और असफलता से जरूर सीखना चाहिए।
- फाइनेंसियल मार्केट में सफलता के लिए सिर्फ और सिर्फ आपको अधिक से अधिक प्रैक्टिस और अनुभव प्राप्त करना चाहिए ताकि आपकी सफलता की रेट बढ़ सकें।
इस प्रकार आज इस लेख में हमने Hammer Candlestick Pattern In Hindi के बारें में बहुत गहराई से जानकारी देने की कोशिश की हैं। अगर फिर भी आपको इस टॉपिक में कोई संदेह या कोई query हो तो आप हमे बेहिचक पूछ सकते हैं।हम आपको जल्द से जल्द रिप्लाई देने की कोशिश करेंगे।
नोट : इस लेख को सिर्फ और सिर्फ एजुकेशनल उद्देश्य की दृष्टि से लिखा गया हैं ,शेयर मार्केट जोखिमो के अधीन हैं। इसलिए किसी भी प्रकार के निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से विचार विमर्श जरूर कर लें ताकि किसी भी प्रकार के आर्थिक नुकसान से बचा जा सकें।
FAQ :
Q.1 Hammer Candlestick Pattern क्या हैं ?
A.1 यह एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न हैं जो एक लंबे डाउन ट्रेंड के बाद बनता और अच्छे से काम करता हैं।
Q.2 क्या Hammer Candlestick Pattern से ट्रेड करना सही हैं ?
A.2 “जी बिलकुल” इससे ट्रेड करना सही है लेकिन आपको इसके कम्फर्मेशन के बाद ही ट्रेड करना चाहिए।
Q.3 Hammer Candlestick Pattern की succuess rate क्या हैं ?
A.3 इस पैटर्न से ट्रेड करने पर आपको 10 बार में से 6-8 बार सफलता हासिल हो जाती हैं अगर आप अच्छे से जाँच करके और सावधानीपूर्वक करते हैं।
Q.4 क्या Hammer Candlestick Pattern और Inverted Hammer Candlestick Pattern दोनों बुलिश रेवेर्सल पैटर्न हैं ?
A.4 “जी हा” यह दोनों बुलिश रिवर्सल पैटर्न हैं और यह एक लंबे डाउन ट्रेंड के बाद बनते हैं।
Q.5 क्या अलग अलग रंग के Hammer Candlestick से ट्रेड करने पर फर्क पड़ता हैं ?
A.5 वैसे तो फर्क नहीं पड़ता हैं लेकिन Green Hammer या Inverted Hammer एक मजबूत और Red Hammer या Inverted Hammer एक अच्छा बुलिश रिवर्सल पैटर्न होता हैं।
इन्हे भी पढ़े: 2024 में ट्रेडिंग कैसे सीखें
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