4 महीने में दोगुना! विजय केडिया के पोर्टफोलियो का यह स्टॉक आज 18% की जबरदस्त छलांग लगाकर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। क्या यह आपके निवेश को भी मल्टीबैगर बना सकता है? जानिए इस Small Cap कंपनी के पीछे छिपी बड़ी कहानी और इसके शानदार प्रदर्शन का राज!
विजय केडिया पोर्टफोलियो का शानदार स्टॉक: 18% की बढ़त और 4 महीने में 105% का उछाल
विजय केडिया मल्टीबैगर स्टॉक्स
शेयर बाजार में बुधवार को प्रिसिशन कैंमशाफ्ट्स (PCL) ने 18% की उछाल के साथ ₹382.15 का रिकॉर्ड उच्चतम स्तर छुआ। यह छोटे कैप ऑटो एंसिलरी कंपनी का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। पिछले 4 महीनों में इस शेयर ने ₹186.70 से 105% की बढ़त दर्ज की है।
दोपहर 1:57 बजे, PCL का शेयर ₹371.65 पर ट्रेड कर रहा था, जो 15% ऊपर था। वहीं, बीएसई सेंसेक्स में केवल 0.09% की बढ़त हुई। NSE और BSE पर इस शेयर में भारी वॉल्यूम देखा गया, जिसमें लगभग 5.6 मिलियन शेयरों का लेन-देन हुआ, जो कंपनी की कुल इक्विटी का करीब 6% है।
प्रिसिशन कैंमशाफ्ट्स के बारे में जानकारी
PCL दुनिया की प्रमुख कैमशाफ्ट निर्माता कंपनियों में से एक है। यह कंपनी मुख्य रूप से यात्री वाहनों के लिए 150 से अधिक प्रकार के कैमशाफ्ट बनाती है। वर्तमान में, इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 1.1 करोड़ कैमशाफ्ट कास्टिंग्स और 40 लाख मशीनी कैमशाफ्ट्स है।
कंपनी सभी चार प्रकार के कैमशाफ्ट (कास्ट आयरन, डक्टाइल आयरन, हाइब्रिड और असेम्बल्ड) का उत्पादन करती है। इसके प्रमुख ग्राहक Ford, General Motors, Bosch, Hyundai Motors, Maruti Suzuki, Tata Motors और Mahindra & Mahindra हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों और ऑटो सेक्टर में संभावनाएं
PCL की FY24 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बढ़ती मांग ने ऑटो कंपोनेंट उद्योग के लिए नई संभावनाएं पैदा की हैं। EV तकनीक के कारण कैमशाफ्ट्स जैसे जटिल डिज़ाइन्स और नए इनोवेटिव कंपोनेंट्स की मांग बढ़ रही है। इसके अलावा, माइनिंग और कंस्ट्रक्शन उपकरणों में इस्तेमाल होने वाले डीजल इंजनों में कैमशाफ्ट की बढ़ती मांग ने भी इस उद्योग को बल दिया है।
भारत सरकार की योजनाएँ, जैसे ऑटोमोटिव मिशन प्लान 2026 और नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान 2020, ऑटो सेक्टर को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो रही हैं। इसके साथ ही, बैटरी निर्माण के लिए ₹18,100 करोड़ की पीएलआई योजना और सेमीकंडक्टर विकास के लिए प्रस्तावित ₹76,000 करोड़ की प्रोत्साहन योजनाओं से भारत में ऑटो कंपोनेंट निर्माण को बढ़ावा मिलेगा।
विजय केडिया का निवेश दर्शन
विजय केडिया भारतीय शेयर बाजार के प्रसिद्ध निवेशक हैं। उन्होंने 19 साल की उम्र में निवेश की शुरुआत की और 1992 में केडिया सिक्योरिटीज की स्थापना की। उनका कहना है कि “अच्छी, ईमानदार प्रबंधन वाली कंपनियों में लंबी अवधि के लिए निवेश करना सफलता की कुंजी है।”
उनकी SMILE रणनीति का मतलब है:
- S: Small in size (छोटी कंपनियाँ)
- M: Medium in experience (मध्यम अनुभव)
- I: Large in aspiration (बड़ी महत्वाकांक्षाएँ)
- L: Extra-large in market potential (असीमित बाजार संभावनाएँ)
विजय केडिया के मल्टीबैगर स्टॉक्स
केडिया के पोर्टफोलियो में कई ऐसे स्टॉक्स हैं, जिन्होंने लंबी अवधि में जबरदस्त रिटर्न दिए हैं। कुछ प्रमुख मल्टीबैगर स्टॉक्स:
- एलेकॉन इंजीनियरिंग: 5 साल में 4200% का रिटर्न।
- न्यूलैंड लैब्स: 4120% का रिटर्न।
- तेजस नेटवर्क्स: 5 साल में 1497% का रिटर्न।
- प्रिसिशन कैंमशाफ्ट्स: 5 साल में 880% का रिटर्न।
तेजस नेटवर्क्स: ब्रॉडबैंड और वायरलेस नेटवर्किंग कंपनी। इसके शेयर ने 1 साल में 62%, और 5 साल में 1497% का रिटर्न दिया है।
अफोर्डेबल रोबोटिक्स: कार पार्किंग सॉल्यूशंस प्रदान करने वाली कंपनी। इसके शेयर ने 5 साल में 824% का रिटर्न दिया।
ग्लोबल वेक्ट्रा हेलीकॉर्प: हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता। 5 साल में 648% का रिटर्न दिया।
निवेशकों के लिए सुझाव
यदि आप शेयर बाजार में अच्छे रिटर्न की तलाश कर रहे हैं, तो विशेषज्ञ निवेशकों जैसे विजय केडिया के पोर्टफोलियो का अध्ययन करें। उनके स्टॉक्स दीर्घकालिक निवेश और स्मार्ट रणनीति का बेहतरीन उदाहरण हैं।
Disclaimer : हम सेबी के द्वारा पंजीकृत रिसर्च एनालिस्ट नहीं हैं ,ये लेख सिर्फ और सिर्फ शैक्षिणिक उद्देश्य की दृष्टि से लिखा गया हैं,और इसमें किसी भी प्रकार की निवेश अनुसंशा नहीं की जाती हैं। शेयर मार्केट में बहुत जोखिम शामिल होता हैं, इसलिए निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से विचार विमर्श जरूर कर लें ताकि आर्थिक हानि से बचा जा सकें।