GMP

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले, निवेशकों को यह जानना बहुत जरूरी है कि वे जिस कंपनी के आईपीओ (इनीशियल पब्लिक ऑफर) में निवेश करने जा रहे हैं, उसके शेयरों की मार्केट में कितनी मांग है। इसी संदर्भ में GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) का महत्व सामने आता है। GMP वह अंतर है जो कंपनी द्वारा ऑफर किए गए आईपीओ के प्राइस और उसके ग्रे मार्केट में व्यापारित प्राइस के बीच होता है। इसका मतलब है कि यह बताता है कि निवेशक उस कंपनी के शेयरों के लिए कितना प्रीमियम देने को तैयार हैं।यहाँ पर हम GMP को समझेंगे, इसकी गणना कैसे होती है और क्या यह निवेश निर्णय में मददगार हो सकता है।

IPO LIVE GMP

IPO NAME PRICE BAND GMP Est.LISTING LISTING DATE GMP UPDATED
CapitalNumbers Infotech IPO 263 136 399(51.71%) 27 Jan 2025 1 Hour Ago
EMA Partners IPO 124 108 232(87.10%) 24 Jan 2025 1 Hour Ago
Landmark Immigration IPO 72 26 98(36.11%) 23 Jan 2025 1 Hour Ago
Stallion India IPO 90 43 133(47.78%) 23 Jan 2025 1 Hour Ago
Rikhav Securities IPO 86 70 156(81.40%) 22 Jan 2025  1 Hour Ago
Kabra Jewels IPO 128 60 188(46.88%) 22 Jan 2025  1 Hour Ago
Indobell Insulation IPO 46 0 13 Jan 2025  1 Hour Ago
Fabtech Technologies IPO 85 75 160(88.24%) 10 Jan 2025  1 Hour Ago
Indo Farm Equipment IPO 215 95 310(44.19%) 07 January 2025  1 Hour Ago
Solar91 Cleantech IPO 195 70 265(35.90%) 01 January 2025 2 Hour Ago
Unitech Aerospace & Manufacturer IPO 785 405 1190(51.59%) 31 December 2024 1 Hour Ago
Carraro India IPO 704 30 December 2024 1 Hour Ago
Senores Pharmaceuticals IPO 391 190 581(48.59%) 30 December 2024 1 Hour Ago
Ventive Hospitality IPO 643 53 696(8.24%) 30 December 2024 1Hour Ago
Ganesh Infraworld IPO 83 35 118(42.17%) 06 December 2024 2 Hour Ago
Suraksha Diagnostic IPO 441 0 06 December 2024 1 Hour Ago
Rajesh Power Services IPO 325 111 446(33.13%) 02 December 2024 6 Hour Ago
Lamosaic India IPO 200 29 November 2024 1 Hour Ago
C2C Advanced Systems IPO 226 245 471(108.41%) 29 November 2024 1 Hour Ago
NTPC Green Energy IPO 108 0.80 108.8(0.74%) 27 November 2024 3 Hour Ago
Enviro Infra Engineers IPO 148 34 182(22.97%) 29 November 2024 1 Hour Ago
Onyx Biotec IPO 61 6 67(9.84%) 21 November 2024 1 Hour Ago
Black Buck IPO 273 21 November 2024 1 Hour Ago
Mangal CompuSolution IPO 45 2 47(4.44%) 20 November 2024 1 Hour Ago
Rosmerta Digital Services IPO 147 22 169(14.97%) 26 November 2024 1 Hour Ago

 

LIVE GMP ( REFRESH DATA )

 

GMP
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GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) क्या है?

शेयर मार्केट में जब भी कोई कंपनी आईपीओ (इनीशियल पब्लिक ऑफर) लाती है, तो निवेशकों की नजरें उसी पर होती हैं। एक आईपीओ के तहत कंपनी अपने शेयर बाजार में पहली बार बेचने का प्रस्ताव करती है। लेकिन इससे पहले, निवेशकों के लिए यह जानना बेहद महत्वपूर्ण होता है कि वे जिन शेयरों में निवेश करने जा रहे हैं, उन पर शेयर बाजार की स्थिति क्या कह रही है। यही वह जगह है जहां GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) का महत्व बढ़ता है।

GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम), एक तरह से शेयर के ऑफर प्राइस और बाजार में उसकी वास्तविक प्रीमियम कीमत के बीच का अंतर होता है। जब कंपनी अपने आईपीओ के जरिए शेयर ऑफर करती है, तो निवेशक यह जानने के लिए उत्सुक रहते हैं कि बाजार में इन शेयरों की वास्तविक कीमत क्या होगी। ग्रे मार्केट प्रीमियम इसी का एक रूप है, जो निवेशकों को यह जानकारी देता है कि शेयर बाजार में उस आईपीओ के शेयरों के प्रति कितनी दिलचस्पी है और निवेशक कितना प्रीमियम देने को तैयार हैं।

उदाहरण के तौर पर, मान लीजिए कि एक कंपनी ₹100 प्रति शेयर की कीमत पर अपने शेयर आईपीओ के जरिए ऑफर करती है। अगर ग्रे मार्केट में निवेशक उसी शेयर को ₹200 में खरीदने के लिए तैयार होते हैं, तो उस आईपीओ का GMP ₹100 होगा। इसका मतलब यह है कि उस आईपीओ के शेयर की वास्तविक कीमत ऑफर प्राइस से 100% ज्यादा होगी। यही प्रीमियम उस शेयर की मार्केट में संभावित कीमत को दर्शाता है।

GMP का महत्व

GMP निवेशकों के लिए एक अहम संकेतक होता है। इसका मतलब यह नहीं है कि किसी आईपीओ का प्रीमियम हमेशा अच्छा या बुरा होता है, बल्कि यह निवेशकों को इस बात का अंदाजा देता है कि उस आईपीओ में निवेश करने के लिए बाजार में कितनी मांग है। अगर किसी कंपनी के आईपीओ के शेयरों पर ग्रे मार्केट प्रीमियम ज्यादा है, तो इसका मतलब है कि उस कंपनी के शेयर बाजार में लिस्ट होने के बाद अच्छी कीमत पर बिक सकते हैं। वहीं, अगर ग्रे मार्केट प्रीमियम बहुत कम है या नेगेटिव है, तो इसका मतलब हो सकता है कि बाजार में उस आईपीओ के प्रति कम रुचि है।

GMP कैसे काम करता है?

GMP की गणना निवेशकों द्वारा निर्धारित की जाती है, जो ग्रे मार्केट में आईपीओ के शेयरों का व्यापार करते हैं। ग्रे मार्केट वह बाजार होता है, जो किसी भी स्टॉक की लिस्टिंग से पहले ऑफिशियल एक्सचेंज के बाहर चलता है। यह बाजार अनौपचारिक होता है, जहां निवेशक बिना किसी रेगुलेशन के शेयरों का आदान-प्रदान करते हैं। यहां, आईपीओ के शेयरों की वास्तविक कीमत और ऑफर प्राइस के बीच का अंतर GMP के रूप में उभर कर सामने आता है।

ग्रे मार्केट प्रीमियम की गणना इस प्रकार की जाती है:

  1. शेयर की ऑफर प्राइस: सबसे पहले कंपनी द्वारा आईपीओ के लिए घोषित की गई कीमत ली जाती है। उदाहरण के तौर पर, कंपनी ₹100 प्रति शेयर के हिसाब से आईपीओ ला रही है।
  2. ग्रे मार्केट में बिक्री मूल्य: इसके बाद, ग्रे मार्केट में शेयरों की बिक्री की कीमत देखी जाती है। मान लीजिए कि ग्रे मार्केट में वह शेयर ₹200 में बिक रहे हैं।
  3. गणना: GMP को इस प्रकार से गणना किया जाता है:GMP = (ग्रे मार्केट में बिक्री मूल्य – ऑफर प्राइस) ÷ ऑफर प्राइस × 100
    GMP = (₹200 – ₹100) ÷ ₹100 × 100 = 100%

इस तरह, GMP उस आईपीओ की प्रीमियम कीमत को दर्शाता है, जो बाजार में शेयर के लिए निर्धारित की जाती है।

GMP पर भरोसा किया जा सकता है?

यह सवाल कई निवेशकों के मन में आता है कि क्या उन्हें ग्रे मार्केट प्रीमियम पर भरोसा करना चाहिए। इसका उत्तर सरल नहीं है। “नहीं”,  ग्रे मार्केट प्रीमियम पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है, और इसके कई कारण हैं।

  1. ग्रे मार्केट का अनौपचारिक स्वभाव: ग्रे मार्केट एक अनौपचारिक बाजार है, जिसका कोई सरकारी या विनियामक नियंत्रण नहीं होता। इसमें निवेशकों की भावनाओं और बाजार की स्थितियों के आधार पर कीमतें तय होती हैं, और यह हमेशा सटीक नहीं हो सकती।
  2. आधिकारिक लिस्टिंग: ग्रे मार्केट में जो प्रीमियम निर्धारित किया जाता है, वह केवल अनुमान पर आधारित होता है। आईपीओ की वास्तविक लिस्टिंग के बाद शेयरों की वास्तविक कीमत कुछ और हो सकती है।
  3. शेयरों की मांग: अगर ग्रे मार्केट में शेयरों की मांग बहुत ज्यादा होती है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि शेयर लिस्टिंग के बाद भी उसी दर पर बिकेंगे। निवेशक अक्सर अपनी उम्मीदों के मुताबिक अधिक कीमत की मांग करते हैं, लेकिन वास्तविक लिस्टिंग के समय कीमत बदल सकती है।
  4. बाजार की अनिश्चितता: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं, जो किसी भी आईपीओ के प्रीमियम को प्रभावित कर सकते हैं। एक आईपीओ की लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में जो प्रीमियम है, वह उस आईपीओ के लिस्ट होने के बाद बदल सकता है।

GMP पर निवेश निर्णय लेना

GMP एक महत्वपूर्ण संकेतक हो सकता है, लेकिन इसका इस्तेमाल केवल एक पहलू के रूप में करना चाहिए। निवेशकों को इसे अन्य कारकों जैसे कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, उद्योग की स्थिति, और आईपीओ के प्राइस बैंड के साथ मिलाकर निर्णय लेना चाहिए।

GMP का फायदा यह है कि यह निवेशकों को यह अंदाजा देता है कि बाजार में उस आईपीओ के प्रति कितनी रुचि है। एक उच्च ग्रे मार्केट प्रीमियम यह संकेत दे सकता है कि आईपीओ की लिस्टिंग के बाद शेयर की कीमत बढ़ सकती है, लेकिन यह हमेशा सही नहीं होता।

GMP का जोखिम

ग्रे मार्केट में निवेश करने के साथ कुछ जोखिम भी जुड़े होते हैं:

  1. अनिश्चितता: जैसा कि पहले बताया गया, ग्रे मार्केट अनौपचारिक होता है, और इसमें निवेश के फैसले के लिए कोई विश्वसनीय डेटा नहीं होता।
  2. धोखाधड़ी: अनौपचारिक बाजार होने के कारण, इसमें धोखाधड़ी का खतरा भी होता है। निवेशकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए।
  3. लिस्टिंग के बाद का प्रदर्शन: ग्रे मार्केट में यदि किसी आईपीओ का GMP बहुत अधिक है, तो यह लिस्टिंग के बाद बदल सकता है।

निष्कर्ष

GMP एक महत्वपूर्ण संकेतक हो सकता है, लेकिन इसे पूरी तरह से निवेश निर्णय लेने का आधार नहीं बनाना चाहिए। निवेशकों को ग्रे मार्केट प्रीमियम के अलावा, कंपनी के फंडामेंटल्स, बाजार की स्थिति और अन्य वित्तीय पहलुओं पर भी ध्यान देना चाहिए। शेयर बाजार में जोखिम हमेशा बना रहता है, और किसी भी आईपीओ में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करना जरूरी होता है।

नोट : ऊपर बताये गए आईपीओ के ग्रे मार्केट प्रीमियम सिर्फ और सिर्फ हमारे निजी अनुमान और ग्रे मार्केट की न्यूज़ के आधार पर एजुकेशनल उद्देश्य के लिए बताये गए हैं। कृपया हमारे द्वारा बताये गए GMP पर आंख मूंदकर विश्वास न करें। ग्रे मार्केट और शेयर मार्केट में बहुत जोखिम शामिल होता हैं ,इसलिए किसी भी प्रकार के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से विचार विमर्श जरूर कर लें। ताकि आर्थिक हानि से बचा जा सकें।