What is Share & Bond? : शुरूवाती लोगों के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड !

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नमस्कार दोस्तों! आज हम Share Market की बुनियादी अवधारणाओं को विस्तार से, सरल शब्दों में जानेंगे। यदि आप निवेश की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए अत्यंत उपयोगी होगी। तो चलिए, शुरुआत करते हैं।

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Read More : Stock Market का इतिहास और महत्व: क्या आपको निवेश करना चाहिए?

What is Share ?

Share एक वित्तीय उपकरण है, जो किसी कंपनी में स्वामित्व का हिस्सा दर्शाता है। जब आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के मालिक बन जाते हैं और उसके लाभ-हानि में हिस्सेदार होते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी कंपनी ने 100 Share जारी किए हैं और आपके पास 1 Share है, तो आपके पास कंपनी में 1% स्वामित्व है।

Types of Shares: Common & Preferred

Common Share : इन शेयरों के धारकों को कंपनी के निर्णयों में मतदान का अधिकार मिलता है और वे लाभांश (Dividend) प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, इन शेयरों में जोखिम अधिक होता है, क्योंकि कंपनी के दिवालिया होने पर सामान्य शेयरधारकों को पहले भुगतान नहीं मिलता।

Preferred Share : इन शेयरों के धारकों को निश्चित लाभांश मिलता है और कंपनी के दिवालिया होने पर उन्हें पहले भुगतान किया जाता है। हालांकि, इन शेयरों में मतदान का अधिकार नहीं होता।

What is Bond ?

बॉन्ड एक ऋण साधन है, जिसमें आप सरकार या कंपनियों को धन उधार देते हैं। बदले में, वे आपको निश्चित ब्याज (Interest) देते हैं और परिपक्वता (Maturity) पर मूलधन (Principal) वापस करते हैं। बॉन्ड निवेशकों के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, क्योंकि ये निश्चित आय प्रदान करते हैं।

Difference Between Share and Bond:

Ownership : शेयरधारक कंपनी के मालिक होते हैं, जबकि बॉन्डधारक ऋणदाता होते हैं।
Profit : शेयरधारकों को लाभांश और पूंजी वृद्धि (Capital Appreciation) मिल सकती है, जबकि बॉन्डधारकों को निश्चित ब्याज मिलता है।
Risk : शेयर अधिक जोखिमपूर्ण होते हैं, जबकि बॉन्ड कम जोखिमपूर्ण होते हैं।

How Does the Stock Market Work?

Share Market एक संगठित वित्तीय बाजार है, जहां निवेशक विभिन्न कंपनियों के शेयर खरीदने और बेचने का अवसर पाते हैं। कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए अपने शेयर जारी करती हैं, और निवेशक इन शेयरों को खरीदकर कंपनी में स्वामित्व प्राप्त करते हैं। शेयर बाजार की कार्यप्रणाली को समझने के लिए, निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दें:

Initial Public Offering (IPO) : जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर सार्वजनिक रूप से जारी करती है, तो इसे IPO कहा जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से कंपनी पूंजी जुटाती है।

Secondary Market : IPO के बाद, शेयरों का लेन-देन माध्यमिक बाजार में होता है, जहां निवेशक शेयरों को आपस में खरीदते और बेचते हैं।

Market’s Demand & Supply : शेयरों की कीमतें बाजार में मांग और आपूर्ति के आधार पर निर्धारित होती हैं। जब किसी कंपनी के शेयरों की मांग बढ़ती है, तो उनकी कीमतें बढ़ जाती हैं।

Key Stock Market Indices:

Sensex: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक है, जो 30 प्रमुख कंपनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करता है।

Nifty: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का प्रमुख सूचकांक है, जो 50 प्रमुख कंपनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करता है।

Difference Between Investment and Trading:

Investment : यह दीर्घकालिक प्रक्रिया है, जिसमें निवेशक कंपनी के शेयरों को लंबे समय तक रखते हैं, ताकि कंपनी की वृद्धि और लाभांश से लाभ प्राप्त कर सकें।

Trading : यह अल्पकालिक प्रक्रिया है, जिसमें निवेशक शेयरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव से लाभ कमाने के लिए उन्हें जल्दी-जल्दी खरीदते और बेचते हैं।

Benefits of Investing in the Stock Market:

Capital Growth : समय के साथ, शेयरों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जिससे निवेशकों को लाभ होता है।

Dividend : कई कंपनियां अपने शेयरधारकों को लाभांश देती हैं, जो नियमित आय का स्रोत बन सकता है।

Diversification : शेयर बाजार में विभिन्न क्षेत्रों और कंपनियों में निवेश करके, आप अपने निवेश पोर्टफोलियो को विविधित कर सकते हैं, जिससे जोखिम कम होता है।

Risks of Investing in the Stock Market:

Market Risk: बाजार की अस्थिरता के कारण, शेयरों की कीमतें कभी-कभी तेजी से गिर सकती हैं।

Company Risk: किसी कंपनी के प्रदर्शन में गिरावट के कारण, उसके शेयरों की कीमतें प्रभावित हो सकती हैं।

Systematic Risk: आर्थिक मंदी, राजनीतिक अस्थिरता, या प्राकृतिक आपदाओं जैसी घटनाओं के कारण बाजार प्रभावित हो सकता है।

Tips for Stock Market Investment:

Education : शेयर बाजार के बारे में अध्ययन करें और विभिन्न निवेश विकल्पों को समझें।

Diversification : अपने निवेश को विभिन्न क्षेत्रों और कंपनियों में फैलाएं, ताकि जोखिम कम हो सके।

Patience : निवेश में धैर्य रखें और त्वरित लाभ की उम्मीद न करें।

Disclaimer : हम सेबी के द्वारा पंजीकृत रिसर्च एनालिस्ट नहीं हैं ,ये लेख सिर्फ और सिर्फ शैक्षिणिक उद्देश्य की दृष्टि से लिखा गया हैं,और इसमें किसी भी प्रकार की निवेश अनुसंशा नहीं की जाती हैं। शेयर मार्केट में बहुत जोखिम शामिल होता हैं, इसलिए निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से विचार विमर्श जरूर कर लें ताकि आर्थिक हानि से बचा जा सकें।

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