Inverted Hammer Candlestick क्या हैं हिंदी में जानें ?

Hammer Candlestick Pattern एक डाउन ट्रेंड में बनने वाला एक मजबूत बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न हैं। जो प्राइस एक्शन में सपोर्ट लाइन पर बनता हैं। नमस्कार दोस्तों आज इस लेख में हम जानेंगे कि inverted hammer candlestick क्या हैं और लोग इसका इस्तेमाल Technical Analysis  में कैसे करते हैं।

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Inverted Hammer Candlestick
Inverted Hammer Candlestick

Introduction : What is Inverted Hammer Candlestick Pattern

आज इस लेख में हम Inverted Hammer Candlestick Pattern In Hindi और Use Of Inverted Hammer Candlestick Pattern In Trading के बारे में हम बहुत विस्तार से जानने वाले हैं :

  • Definition of an inverted hammer candlestick

Inverted Hammer Candlestick और कुछ नहीं बल्कि एक लंबे डाउन ट्रेंड में सपोर्ट लाइन पर बनने वाला सिंगल कैंडलस्टिक रिवर्सल पैटर्न हैं। इस पैटर्न में यह एक शक्तिशाली बुलिश रिवर्सल सिग्नल प्रदान करता हैं। इस पैटर्न में Inverted Hammer की एक छोटी सी बॉडी होती हैं ,जो कैंडलस्टिक के नीचे की ओर होती हैं। इसकी एक छोटी लोअर shadow होती हैं जो बॉडी के नीचे होती हैं,इसके साथ में एक लॉन्ग उपर shadow भी होती हैं जो बॉडी की लंबाई में लगभग दोगुनी होती हैं।

inverted Hammer Candlestick दो प्रकार की होती हैं एक बुलिश इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक या ग्रीन इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक और दूसरी बेयरिश इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक या रेड इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक। inverted Hammer Candlestick में buyers प्राइस को sellers से भिड़ंत करके ऊपर लाने की कोशिश करते हैं।

जब भिड़ंत में buyers की शक्ति sellers की शक्ति से ज्यादा होती हैं तो बुलिश इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक बनती हैं। बुलिश इनवर्टेड हैमर बुलिश रिवर्सल की एक मजबूत सूचक होती हैं।

इसी प्रकार जब sellers की शक्ति buyers की शक्ति से ज्यादा हो जाती हैं तो बेयरिश इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक बनती हैं जो बुलिश रिवर्सल की एक अच्छी सूचक होती हैं लेकिन मजबूत सूचक नहीं होती।

  • Importance in technical analysis

बहुत से टेक्निकल इंडीकेटर्स की भांति कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न भी टेक्निकल एनालिसिस में बहुत उपयोगी होता हैं। inverted hammer candlestick के प्रमुख उपयोगों और महत्वों को नीचे दर्शाया गया हैं।

Reversal Signal : एक लम्बे डाउन ट्रेंड में जब सपोर्ट लाइन पर एक Inverted hammer candlestick बनता हैं तो यह मार्केट पार्टिसिपेंट्स को यह सूचित करने की कोशिश करता हैं। कि मार्केट में एक लंबे डाउन ट्रेंड के बाद एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न देखने को मिल सकता हैं।

Trend Analysis: जब मार्केट में कोई बड़ा डाउन फॉल होता हैं तो उस डाउन फॉल में स्टॉक ,इंडेक्स के प्राइस एक्शन के सपोर्ट लाइन पर एक सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न बनता हैं। जिसकी एक छोटी बॉडी ,एक छोटी लोअर शैडो और एक बड़ी उपर शैडो होती हैं। यह ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स को मार्केट में बेअर्स और बुल्स की ताकत को जांचने में मदद करती हैं। इसके द्वारा मार्केट के मौजूदा ट्रेंड और आने वाले ट्रेंड की भविष्यवाणी आसानी से की जा सकती हैं।

Confirmation and Validation : जब मार्केट में Inverted hammer candlestick का निर्माण क्रमशः 3-4 बेयरिश कैंडलस्टिक के बाद होता हैं ,तो यह मार्केट के ट्रेंड के कन्फर्मेशन के लिए काफी हद तक कारगर सिद्ध होता हैं।

Entry and Exit Points : बहुत से ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स मार्केट में एंट्री और एग्जिट करने के लिए विभिन्न प्रकार के टेक्नीकल इंडीकेटर्स का इस्तेमाल करते हैं। इंट्राडे और स्विंग ट्रेडिंग करने वाले बहुत से ट्रेडर्स अपनी पोजीशन बनाने के लिए इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक का इस्तेमाल करते हैं।

Risk Management :शेयर मार्केट में बहुत जोखिम शामिल होता हैं एक छोटी गलती की वजह से ट्रेडर्स और निवेशक अपनी जिंदगीभर की मेहनत की कमाई को आसानी से गवां सकते हैं। इसी समस्या से बचने(रिस्क मैनेजमेंट करने) के लिए ट्रेडर्स मार्केट में बहुत से अर्ली सिग्नल प्रदान करने वाले इंडीकेटर्स का प्रयोग करते हैं।

Market Sentiment : Inverted hammer candlestick pattern में ट्रेडर्स bears और bulls की ताकत को देखकर मार्केट के सेंटीमेंट को फर्ख लेतें हैं। कि मार्केट किस ओर करवट लेने वाला हैं।

Inverted hammer candlestick पैटर्न के ये कुछ महत्व थे जिस वजह से बहुत से ट्रेडर्स इसे टेक्निकल इंडिकेटर के रूप में प्रयोग करते हैं।

इन्हे भी पढ़ें : Hammer Candlestick Pattern In Hindi 

Characteristics of an Inverted Hammer Candlestick

Inverted hammer candlestick pattern की बहुत सी विशेषताएं हैं जिन्हे विस्तार में नीचे बताया गया हैं :

  • Shape and structure

Inverted hammer candlestick की आकृति बहुत ही सरल हैं। इसकी एक छोटी सी बॉडी होती हैं जो कैंडलस्टिक के नीचे की तरफ होती हैं। रंग के हिसाब से यह दो प्रकार की होती हैं।

  1. बुलिश या ग्रीन इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक

यह एक मजबूत बुलिश रिवर्सल सिग्नल प्रदान करती हैं। क्योकि इसमें बहुत से buyers प्राइस को sellers की अपेक्षा ओपनिंग के ऊपर ले जाकर क्लोजिंग करवाते हैं।

  1. बेयरिश या रेड इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक

यह एक अच्छी बुलिश रिवर्सल सिग्नल हैं लेकिन मजबूत नहीं। क्योकिं इसमें sellers प्राइस को buyers से संघर्ष करके दुबारा ओपनिंग के नीचे क्लोजिंग करवाते हैं।

  • Upper shadow length

अगर बात इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक की ऊपर की shadow की करें तो यह बॉडी के ऊपर बनती हैं और इसकी लंबाई इसकी बॉडी की तुलना में दोगुनी होती हैं। shadow का यह भाग यह दर्शाता हैं की बुल्स और बेअर्स प्राइस को कैसे ऊपर नीचे लाते रहें।

  • Lower shadow absence

इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक की लोअर shadow बॉडी के नीचे होती हैं जिसकी लम्बाई बहुत छोटी या न के बराबर होती हैं।

Interpretation and Meaning

जब डाउन ट्रेंड में सपोर्ट लाइन पर इनवर्टेड कैंडलस्टिक पैटर्न दिखता हैं तो बल्क सेलिंग की वजह से प्राइस का मूवमेंट सेलर्स के कण्ट्रोल में होता हैं। वे प्राइस को बहुत नीचे तक ले जाते हैं या ले जाने की कोशिश करते हैं। अब जैसे ही इस लो प्राइस में मार्केट में बहुत से बायर्स आते हैं तो बल्क खरीदारी के प्रेशर से प्राइस में अपवर्ड मूवमेंट भी आ जाता हैं। जिससे बायर्स प्राइस को ऊपर ले जाते हैं या ले जाने की कोशिश करते हैं। ट्रेडिंग सेशन के अंत में नेट प्राइस के हिसाब से बुलिश या बेयरिश इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण होता हैं  जो बताता हैं कि मार्केट में एक बुलिश रिवर्सल आने वाला है।

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How to Identify an Inverted Hammer Candlestick

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए Inverted Hammer Candlestick को बहुत ज्यादा प्रयोग किया जाता हैं ,क्योकिं यह एक लंबे डाउन ट्रेंड में बनता हैं और ट्रेडर्स को बुलिश ट्रेंड रिवर्सल सिग्नल प्रदान करता हैं। अगर आप भी शेयर मार्केट में ट्रेंड एनालिसिस या ट्रेड करना चाहते हैं। तो आपको मार्केट में Inverted Hammer Candlestick को अच्छे से पहचानना सीखना होगा। ताकि आप भी बिना किसी संदेह और रिस्क के साथ अपनी ट्रेडिंग जर्नी को सफल कर सकें।

  • Visual examples

example 1

Inverted Hammer Candlestick

example 2

Inverted Hammer Candlestick

 

लाइव मार्केट में inverted hammer candlestick पैटर्न ढूढ़ने के लिए आप tradingview प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।

  • Comparisons with other candlestick patterns

चूँकि मार्केट में बहुत प्रकार के कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न का प्रयोग किया जाता हैं। यहाँ पर inverted hammer candlestick की कुछ दूसरे कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न के साथ तुलनात्मक जानकारी दी जा रही हैं ,जिनका प्रयोग आप अपनी ट्रेडिंग स्किल को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।

Hammer :इनवर्टेड हैमर ,हैमर की तरह ही एक कैंडलस्टिक पैटर्न हैं लेकिन यह हैमर कैंडलस्टिक से उल्टा हैं। हैमर कैंडलस्टिक में बॉडी ऊपर की तरफ होती हैं जबकि इनवर्टेड हैमर में नीचे की तरफ।

Shooting Star :शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक ,इनवर्टेड हैमर से उल्टा होता हैं जो किसी लंबे अपट्रेंड में ऊपर की तरफ बनता हैं और यह एक बेयरिश रिवर्सल सिग्नल प्रदान करती हैं। इसकी एक छोटी बॉडी होती हैं। जो कैंडलस्टिक के नीचे की तरफ होती हैं।इसके साथ में बॉडी के ऊपर एक लंबी उपर शैडो होती हैं, जिसकी लंबाई बॉडी की अपेक्षा दोगुनी होती हैं। जबकि लोअर शैडो की लंबाई बहुत छोटी या न के बराबर होती हैं। यह शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक बुलिश और बेयरिश दोनों प्रकार की हो सकती हैं।

Doji :डोजी कैंडलस्टिक एक छोटी बॉडी और दोनों तरफ लगभग बराबर शैडो की कैंडलस्टिक पैटर्न हैं। यह मार्केट में कोई खास प्रकार का निर्णय नहीं देती हैं जिससे यह मालूम हो कि मार्केट में किसका पलड़ा भारी पड़ने वाला हैं या पड़ेगा। कभी कभी डोजी का निर्माण लगभग इनवर्टेड हैमर की तरह ही होता हैं लेकिन इनवर्टेड हैमर में उपर शैडो की लंबाई काफी अधिक होती हैं जबकि डोजी में दोनों शैडो लगभग बराबर होती हैं। डोजी का निर्माण कभी भी हो सकता हैं और यह कोई जरुरी ट्रेंड रिवर्सल सिग्नल प्रदान नहीं करती। जबकि इनवर्टेड हैमर एक लंबे डाउन ट्रेंड में सपोर्ट लाइन पर बनता हैं,और एक बुलिश रिवर्सल सिग्नल प्रदान करता हैं।

Trading Strategies Using Inverted Hammer

इनवर्टेड हैमर से ट्रेडिंग करने के लिए प्रत्येक ट्रेडर को एक शक्तिशाली ट्रेंड रेवेर्सल इनवर्टेड हैमर को पहचानने के साथ ,ट्रेंड रिवर्सल को अच्छे से इस्तेमाल करना होगा। नीचे कुछ बेसिक रणनीतियों को बताया गया हैं जिसके माध्यम से आप अपने इनवर्टेड हैमर ट्रेंड रिवर्सल में एक प्रॉपर एंट्री ,एग्जिट और रिस्क मैनेजमेंट को अच्छे से प्लान कर पाएं।

Entry Points:

  1. Identify the Downtrend :सबसे पहले स्टॉक या इंडेक्स के प्राइस एक्शन पर एक लंबे डाउन ट्रेंड की तलाश करें ,जिसमे सपोर्ट लाइन पर एक inverted hammer candlestick का अच्छे से निर्माण हो रहा हो। यदि यह घटित होता हैं तो यह एक अच्छा शक्तिशाली बुलिश रिवर्सल सिग्नल होगा जो आपको ट्रेडिंग में काफी फायदा देगा।
  2. Confirmation :यदि डाउन ट्रेंड में सपोर्ट लाइन पर एक शक्तिशाली इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक बनने के बाद एक दूसरी बुलिश कैंडल बनती हैं और उसकी क्लोजिंग इनवर्टेड हैमर की क्लोजिंग से ऊपर होती हैं तो यह एक कन्फर्मेशन हैं कि बुलिश ट्रेंड रिवर्सल हो गया हैं। ज्यादा कन्फर्मेशन के लिए इनवर्टेड हैमर के बाद बनने वाली 2 कैंडल्स को देखें। उसके बाद ट्रेडर्स को किसी ट्रेड में एंट्री लेनी चाहिए ताकि फेक ट्रेंड रिवर्सल से बचा जा सकें।
  3. Entry : जब ट्रेंड का कन्फर्मेशन हो जाये तो ट्रेडर्स को इनवर्टेड हैमर के बाद बनने वाली बुलिश कैंडल के ओपेनिंग या उसके हाई प्राइस के थोड़ा ऊपर ट्रेड में एंट्री करनी चाहिए। इससे आपको ट्रेंड रिवर्सल के शुरू में एक अच्छी एंट्री मिल जाएगी।

Exit Points:

  1.  Profit : फिबोनैकी रेट्रासेमेन्ट लेवल्स और अन्य टेक्निकल एनालिसिस टूल्स की मदद से ट्रेडर रेजिस्टेंस लेवल्स को ढूढ़कर अपने लिए एक टारगेट सेट करके प्रॉफिट प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि इनवर्टेड हैमर अक्सर शार्ट टर्म रेवेरसल्स बताता रहता हैं इसलिए प्रॉफिट को जल्दी जल्दी बुक करते रहना चाहिए।
  2. Trailing Stop Loss : जब भी आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करें तो आपको प्रत्येक ट्रेड में ट्रेलिंग स्टॉपलॉस का इस्तेमाल करना चाहिए। जैसे जैसे आपका टारगेट पास आता रहें आपको ट्रेलिंग स्टॉपलॉस को एडजस्ट करके ऊपर लातें रहना हैं।

Risk Management Considerations:

  1. Stop Loss : जब आप इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न से ट्रेड करते हैं तो आपको इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक के लो के नीचे स्टॉपलॉस आर्डर को सेट करना चाहिए।अगर आपकी ट्रेड आपके पक्ष में नहीं रहती हैं तो यह आपको अपनी निवेश की गयी कैपिटल को लॉस होने से बचाएगी।
  2. Position Sizing :आपको अपनी रिस्क क्षमता के अनुसार प्रत्येक ट्रेड के लिए पोजीशन साइज और स्टॉपलॉस लेवल का निर्माण करना चाहिए। आपको अपनी ट्रेडिंग कैपिटल के एक बहुत छोटे भाग का इस्तेमाल सिंगल ट्रेड के लिए करना चाहिए।
  3. Risk-Reward Ratio : जब आप किसी भी ट्रेड में एंट्री करें तो उससे पहले आपको उसके रिस्क और रिवॉर्ड के बारें में जानकारी जरूर करना चाहिए। एक ट्रेड के लिए सामान्य रूप से रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो लगभग 1:2 या उससे ज्यादा होना चाहिए।
  4. Market Conditions : ट्रेड में एंट्री के पहले मार्केट कंडीशंस को प्रभावित करने वाले कारक को जरूर समझना चाहिए। हाई वोलैटिलिटी और मजबूत फंडामेंटल ट्रेंड वाले स्टॉक्स और इंडेक्स से बचना चाहिए जब तक आपके पास कोई मजबूत कारण न हो।
  5. Multiple Confirmations :कभी भी शेयर मार्केट में ट्रेड करते समय किसी एक टेक्निकल इंडीकेटर्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए आपको अन्य कई टेक्निकल इंडीकेटर्स(सपोर्ट-रेजिस्टेंस ,ओवरसोल्ड कंडीशंस) के माध्यम ट्रेंड का कन्फर्मेशन करना चाहिए। ताकि फेक बुलिश ट्रेंड रिवर्सल से बचा जा सकें।

Conclusion

इस प्रकार आज हम इस लेख में  Inverted hammer candlestick के बारें में बहुत विस्तार से जानकारी प्राप्त कर चुके हैं जिसमे हमने विभिन्न बिंदुओं को गहराई से समझाने की कोशिश की हैं। जो इस प्रकार हैं :-

Key Points Recap:

  • Identification
  • Entry Points
  • Exit Points
  • Risk Managemen
  • Confirmation and Additional Analysis

इस लेख में अगर आपको किसी भी प्रकार की कोई संदेह या कोई query हैं तो आप हमसे पूछ सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपकी query का रिप्लाई देने की कोशिश करेंगे।

नोट : शेयर मार्केट जोखिमों के अधीन हैं अतः शेयर मार्केट में किसी भी प्रकार के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से विचार विमर्श जरूर कर लें ताकि आर्थिक हानि से बचा जा सकें। 

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