नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप सब जानते हैं कि शेयर मार्केट में प्राइस एक्शन सबसे अधिक श्रेष्ठ माना जाता हैं ,अगर आप स्टॉक्स और इंडेक्स के प्राइस एक्शन को समझने में सफल रहते हैं तो आप एक सफल ट्रेडर और निवेशक बनने में कामयाब हो सकते हैं। मार्केट में प्राइस एक्शन को ट्रैक करने वाले बहुत से टेक्निकल इंडिकेटर मौजूद हैं ,लेकिन प्राइस एक्शन को सबसे प्रभावपूर्ण तरीके से प्रदर्शित सिर्फ कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न ही करता हैं। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न दो प्रकार के होते हैं एक सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न और दूसरा डबल कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न।
आज इस लेख के माध्यम से हम मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Marubozu Candlestick Pattern) के बारें में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं कि मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Marubozu Candlestick Pattern) क्या हैं ,यह कितने प्रकार का होता हैं ,मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न (Marubozu Candlestick Pattern) को कैसे पहचानें और इसकी क्या उपयोगिता हैं , मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Marubozu Candlestick Pattern) का प्रयोग करके हम ट्रेड कैसे ले सकते हैं ,इस कैंडलस्टिक के ट्रेड में एंट्री ,एग्जिट, टारगेट और स्टॉपलॉस (STOPLOSS) कैसे सेट करें ?
मारुबोज़ू कैंडलस्टिक्स(Marubozu Candlestick)
कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न का जनक जापान को कहा जाता हैं ,जापानी भाषा में मारुबोजू का अर्थ टकला या गंजा होता हैं। जब किसी चार्ट पैटर्न में अन्य दिनों की अपेक्षा एक बड़ी बॉडी और बिना उपर और लोअर शैडो वाली कैंडल का निर्माण होता हैं ,जिसमे कैंडल की बॉडी बहुत बड़ी होती हैं और उसकी उपर या लोअर शैडो बहुत छोटी या न के बराबर होती हैं तो इस प्रकार की कैंडल को मारुबोजू कैंडल(Marubozu Candlestick Pattern) कहा जाता हैं।
इन्हे भी पढ़े : Hammer Candlestick Pattern In Hindi
कैंडल के रंग के हिसाब से मारुबोजू कैंडल(Marubozu Candlestick Pattern) दो प्रकार की होती हैं।
- बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक(Bullish Marubozu Candlestick Pattern)
- बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern)
बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक(Bullish Marubozu Candlestick Pattern)
मार्केट की ओपनिंग के दौरान जब किसी स्टॉक में BUYERS की संख्या बहुत अधिक हो जाती हैं तो मार्केट में उस स्टॉक की डिमांड बढ़ने से स्टॉक की कीमत में एक बड़ी तेजी देखने को मिलती है। इसी तेजी में एक ऐसी कैंडल का निर्माण होता हैं जिसकी एक बड़ी हरी बॉडी होती हैं और इसमें शैडो नही या न के बराबर होती हैं। ऐसी बड़ी हरी बुलिश कैंडलस्टिक को ही बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Marubozu Candlestick Pattern) कहते हैं।
इस कैंडलस्टिक का निर्माण अधिकतर तब होता हैं जब मार्केट में बहुत सारे खरीदार या बड़े निवेशक आ जाते हैं और वे बहुत बड़ी मात्रा में शेयर्स की खरीदारी करते हैं जिससे शेयर्स की कमी पड़ने लगती हैं और जो सेलर्स बचते हैं वे अपने शेयर्स को उच्च कीमत पर बेचते हैं जिससे शेयर की कीमत बढ़ जाती हैं ।
किसी भी शेयर् में बड़ी मात्रा में खरीदारी के बहुत से कारण हो सकते हैं।
मार्केट न्यूज़ : मार्केट में शेयर से संबंधित अच्छी न्यूज़ , या कंपनी की अच्छी फाइनेंसियल रिपोर्ट का आना।
ओवरसोल्ड कंडीशन : बहुत बार ऐसा देखा गया हैं कि जब शेयर का प्राइस टेक्निकल रूप से अपने 52 WEEK HIGH या 200 DMA से बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता हैं और फ़ण्डामेंटली मजबूत हो तो इस कंडीशन में बड़े निवेशकों का अनुमान होता हैं कि शेयर की प्राइस अपनी इन्ट्रिंसिक वैल्यू से कम हो गयी हैं। जिससे बड़े निवेशक और खरीदार मार्केट में एंट्री करके खरीदारी करना शुरू कर देते हैं ,जिस वजह से उस शेयर के प्राइस एकदम खरीदारी करने से बहुत अधिक बढ़ जाते हैं जिसे बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण होता हैं।
इस बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण चार्ट पैटर्न पर सपोर्ट लाइन के साथ साथ अपट्रेंड में भी होता हैं।
सपोर्ट लाइन : अगर इस कैंडलस्टिक का निर्माण डाउनट्रेंड में सपोर्ट लाइन पर होता हैं तो इस स्थिति में यह एक बुलिश ट्रेंड रेवेर्सल संकेत देता हैं।
अपट्रेंड : अपट्रेंड में इसका निर्माण ट्रेंड कॉन्टिनुएशन का संकेत होता हैं।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Bullish Marubozu Candlestick Pattern) क्या हैं ?
जब किसी चार्ट पैटर्न में सपोर्ट लाइन पर एक बड़ी बॉडी वाली हरी कैंडल का निर्माण होता हैं जिसकी शैडो या तो बहुत छोटी होती हैं या नहीं होती हैं। उसे ही बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक कहते हैं। यह एक ट्रेंड रेवेर्सल और ट्रेंड कॉन्टिनुएशन कैंडल होती हैं। जो मंदी के ट्रेंड को अपट्रेंड में बदलती या बदलने की कोशिश करती हैं।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के गुण :
- यह पैटर्न शेयर के सपोर्ट और अपट्रेंड में कहीं भी पाया जा सकता हैं।
- यह एक हरे रंग का कैंडल होता हैं जिसका निर्माण एक बड़ी तेजी में होता हैं।
- बुलिश मारुबोज़ू कैंडल में बॉडी बहुत बड़ी होती हैं जो एक मजबूत अपट्रेंड को इंगित करती हैं।
- इसकी शैडो या तो बहुत छोटी या बिलकुल नहीं होती हैं।
बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक कितने प्रकार की होती हैं ?
शैडो के हिसाब से यह कैंडल 3 प्रकार की होती हैं :
शैडो रहित बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक: इसमें दोनों तरफ किसी भी प्रकार की शैडो नहीं होती हैं।
ओपन बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक: केवल ऊपरी तरफ छोटी सी शैडो होती हैं।
क्लोज बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक: केवल निचली तरफ छोटी सी शैडो होती हैं।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Bullish Marubozu Candlestick Pattern) का निर्माण कब होता हैं ?
जैसे कि ऊपर बताया गया हैं कि बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक किसी भी चार्ट पैटर्न पर कहीं भी बन सकती हैं लेकिन एक विश्वसनीय बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक अगर डाउनट्रेंड में या पहले से चलते अपट्रेंड के सपोर्ट पर बनती हैं तो यह ट्रेडिंग और निवेश के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकती हैं।
- अगर बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का निर्माण कम से कम पांच कैंडल के डाउनट्रेंड में सपोर्ट लाइन पर होता हैं तो यह एक अच्छी बुलिश ट्रेंड रेवेर्सल सिग्नल देती हैं। लेकिन सेफ्टी के लिए कन्फर्मेशन कैंडल और अन्य टेक्निकल इंडीकेटर्स का इस्तेमाल करना न भूलें।
- पहले से चलते अपट्रेंड में अगर बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का निर्माण होता हैं तो यह ट्रेंड कॉन्टिनुएशन का सिग्नल देती हैं।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Bullish Marubozu Candlestick Pattern) की पहचान कैसे करें ?
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक की पहचान करना बहुत ही आसान हैं आपको सिर्फ कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को खोलना हैं और अपनी ट्रेडिंग रणनीति के हिसाब से डाउनट्रेंड और पहले से चलते अपट्रेंड में सपोर्ट लाइन पर सिर्फ ऐसी कैंडल को देखना हैं। जिसकी एक बहुत बड़ी हरी बॉडी और एक शैडो बहुत छोटी या न के बराबर हो।ध्यान रहें मारुबोज़ू कैंडलस्टिक में सिर्फ एक तरफ शैडो होती हैं न कि दोनों तरफ।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Bullish Marubozu Candlestick Pattern) में ट्रेड कब और कैसे लें ?
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न में आप ट्रेड दो तरह से लें सकते हैं
- डाउनट्रेंड के सपोर्ट पर।
- पहले से चलते अपट्रेंड के सपोर्ट पर।
इन्हे भी पढ़े : Inverted Hammer Candlestick क्या हैं हिंदी में जानें ?
डाउनट्रेंड के सपोर्ट पर :
अगर आपकी स्टॉक के प्रति फंडामेंटल और टेक्निकल रिसर्च अच्छी हैं और आपको लगता हैं कि स्टॉक के प्राइस में काफी हद तक करेक्शन आ गया हैं। तो आपको स्टॉक के डाउन ट्रेंड में जैसे ही कोई बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक बनती हैं तो आपको जब तक अगली बनने वाली बुलिश कैंडल , सेफ्टी के लिए बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक की पिछली 3 कैंडल के हाई या अगर आप रिस्क लेने के लिए तैयार हैं तो आपको बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के हाई को ब्रेक के बाद ही एंट्री लेनी हैं।
पहले से चलते अपट्रेंड के सपोर्ट पर :
अगर कोई स्टॉक पहले से ही अपट्रेंड में हैं और आप स्टॉक में एंट्री लेना चाहते हैं तो आपको चार्ट में सपोर्ट लाइन पर बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के बनने और पिछली 3 कैंडल के हाई को ब्रेक या अगर आप रिस्क लेने के लिए तैयार हैं तो आप बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के हाई को ब्रेक करने वाली अगली कन्फर्मेशन कैंडल के बाद ही ट्रेड लें सकते हैं ।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Bullish Marubozu Candlestick Pattern) में टार्गेट कैसे सेट करें
अगर आप चार्ट पैटर्न में बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक को ढूढ लेते हैं और कन्फर्मेशन हो जाता हैं तो आपको ट्रेड में एंट्री से पहले अपने टारगेट और स्टॉपलॉस को सेट जरूर करना चाहिए।आप बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के ट्रेड के टारगेट को सेट करने के लिए निम्न तरीका अपना सकते हैं।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के ट्रेड में टारगेट सेट करने के लिए ट्रेडर्स बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के लो और एंट्री पॉइंट के अंतर जितना टारगेट के रूप में सेट कर सकते हैं।
- Measure the Height of the Candlestick: सबसे पहले आपको ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस के अंतर को मांपना हैं यह आपको एक बुलिश मोमेंटम के परिमाण या आकर के बारे में सुझाव मिल सकें।
- Identify Resistance Levels : उसके बाद आपको प्राइस चार्ट पर बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के बनने के बाद रेसिस्टेन्स लेवल्स को देखना कि आसपास कोई रेसिस्टेन्स लेवल तो नहीं हैं। जो प्राइस को ऊपर जाने से रोक दे। इन लेवल्स को ढूढ़ने के लिए आप पिछले हाई ,ट्रेंडलाइन्स ,और फिबोनैकी रेट्रासेमेन्ट लेवल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- Consider Moving Averages:अगर आप मूविंग एवरेज का इस्तेमाल करते हैं तो आपको प्राइस को मूविंग एवरेज के साथ जोड़कर देखना हैं कि प्राइस ,मूविंग एवरेज के आसपास कहा पर हैं। मूविंग एवरेज एक गतिशील सपोर्ट और रेसिस्टेन्स की तरह कार्य करता हैं। यदि आपका प्राइस मान लेते हैं कि 50 DMA और 200 DMA से ऊपर हैं तो यह आपके टारगेट को अचीव करने में बहुत पॉजिटिव कारक की तरह कार्य करेगा।
- Evaluate Market Sentiment:आपको ट्रेड लेने से पहले स्टॉक के प्रति मार्केट में कैसी न्यूज़ चल रही हैं इसका एनालिसिस जरूर करना चाहिए। यह स्टॉक की फाइनेंसियल रिपोर्ट्स, डील्स या इंटरनल मैनेजमेंट किसी भी तरह की न्यूज़ हो सकती हैं। इस प्रकार की न्यूज़ बुलिश ट्रेंड रेवेर्सल और ट्रेंड कॉन्टिनुएशन के लिए बहुत सेंसिटिव हो सकती हैं। अच्छी न्यूज़ प्राइस को ऊपर और खराब न्यूज़ प्राइस को बहुत जल्दी नीचे लाती हैं।
- Set Realistic Targets: हमेशा इस तरह के टारगेट सेट करने की कोशिश करें जो प्राप्त करने योग्य हों,कभी भी ज्यादा दूर वाले टारगेट सेट नहीं करने चाहिए।
उदाहरण : मान लेते हैं कि किसी डाउनट्रेंड में स्टॉक के चार्ट पैटर्न पर बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का निर्माण और कन्फर्मेशन हो गया हैं। अब आप ट्रेड लेना चाहते हैं बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का हाई 100 और लो 80 और बुलिश कन्फर्मेशन कैंडल का हाई 105 और लो 85 हैं।अब जैसे ही बुलिश कैंडल ,बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के हाई को 101 या सेफ्टी के लिए बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के पीछे की 3 कैंडल के हाई को काटती हैं तब टारगेट इस प्रकार से सेट करते हैं …………….
यहाँ पर ट्रेड का एंट्री पॉइंट 101 हैं
ट्रेडर्स का टारगेट = ट्रेड का एंट्री पॉइंट +( ट्रेड का एंट्री पॉइंट – बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का लो )
ट्रेडर्स का टारगेट = 101 +( 101 -80 )
ट्रेडर्स का टारगेट =101 +21
ट्रेडर्स का टारगेट =122
इस स्थिति में ट्रेडर अपना टार्गेट 122 रुपये पर लगा सकते हैं।
या
अगर आप इस तरीके से टारगेट सेट नहीं करना चाहते हैं तो आपको चार्ट पैटर्न को लगातार वॉच करके चलना पड़ेगा और जब तक मार्केट में कोई डाउन ट्रेंड रेवेर्सल सिग्नल या कैंडल नहीं बन जाता तब तक आपको प्रॉफिट बुक नहीं करना हैं लेकिन कैपिटल और प्रॉफिट की सेफ्टी के लिए आपको ट्रेलिंग स्टॉपलॉस का इस्तेमाल जरूर करना हैं।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Bullish Marubozu Candlestick Pattern) में स्टॉपलॉस सेट कैसे और कहाँ करें ?
अभी तक आप लाइव चार्ट पैटर्न में बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक की पहचान, कन्फर्मेशन और टारगेट सेट करने के बारें में विस्तार में जान चुकें हैं। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता हैं कि अगर मार्केट में ट्रेडिंग के दौरान कोई ट्रेड आपको उल्टा पड़ जाता हैं तो आपकी सारी ट्रेडिंग कैपिटल एक झटके में खत्म हो सकती हैं। इसी समस्या से बचने के लिए ट्रेडर्स को ट्रेड में एंट्री के समय स्टॉपलॉस आर्डर को जरूर सेट करके रखना चाहिए।
बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न से ट्रेड करते समय ट्रेडर्स को बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के लो का स्टॉपलॉस लगाना चाहिए। जिससे कैपिटल की हानि कम से कम हो।
और जैसे ही मार्केट अपट्रेंड में आगे बढ़ता चलें आपको ट्रेलिंग स्टॉपलॉस का प्रयोग करके अपने प्रॉफिट और कैपिटल को बचाकर आगे चलना हैं।
बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern)
मार्केट की ओपनिंग के दौरान जब किसी स्टॉक में SELLERS की संख्या बहुत अधिक हो जाती हैं तो मार्केट में उस स्टॉक की डिमांड कम होने से स्टॉक की कीमत में एक बड़ी गिरावट देखने को मिलती है। इसी गिरावट में एक ऐसी कैंडल का निर्माण होता हैं जिसकी एक बड़ी लाल बॉडी होती हैं और इसमें शैडो नही या न के बराबर होती हैं। ऐसी बड़ी लाल बेयरिश कैंडलस्टिक को ही बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern) कहते हैं।
इस कैंडलस्टिक का निर्माण अधिकतर तब होता हैं जब मार्केट में बहुत सारे विक्रेता या बड़े निवेशक आ जाते हैं और वे बहुत बड़ी मात्रा में शेयर्स की बिकवाली करते हैं जिससे शेयर्स की अधिकता हो जाती हैं और जो क्रेता बचते हैं वे उन शेयर्स को बहुत कम या मनमानी कीमत पर खरीदते हैं जिससे शेयर की कीमत कम हो जाती हैं ।
किसी भी शेयर् में बड़ी मात्रा में बिकवाली के बहुत से कारण हो सकते हैं।
मार्केट न्यूज़ : मार्केट में शेयर से संबंधित बुरी न्यूज़ , या कंपनी की खराब फाइनेंसियल रिपोर्ट का आना।
ओवरबॉट कंडीशन : बहुत बार ऐसा देखा गया हैं कि जब शेयर का प्राइस टेक्निकल रूप से अपने 52 WEEK LOW या 200 DMA से बहुत ज्यादा मजबूत हो जाता हैं और फ़ण्डामेंटली कमजोर हो तो इस कंडीशन में बड़े निवेशकों का अनुमान होता हैं कि शेयर की प्राइस अपनी इन्ट्रिंसिक वैल्यू से बहुत ज्यादा हो गयी हैं। जिससे बड़े निवेशक और विक्रेता मार्केट में एंट्री करके बिकवाली करना शुरू कर देते हैं ,जिस वजह से उस शेयर के प्राइस एकदम बिकवाली करने से बहुत कम हो जाते हैं जिससे बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick) का निर्माण होता हैं।
इस बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न( Bearish Marubozu Candlestick Pattern) का निर्माण चार्ट पैटर्न पर रेसिस्टेन्स लाइन के साथ साथ डाउनट्रेंड में भी होता हैं।
रेसिस्टेन्स लाइन : अगर इस कैंडलस्टिक का निर्माण अपट्रेंड में रेसिस्टेन्स लाइन पर होता हैं तो इस स्थिति में यह एक बेयरिश ट्रेंड रेवेर्सल संकेत देता हैं।
चलते डाउनट्रेंड में : डाउनट्रेंड में इसका निर्माण ट्रेंड कॉन्टिनुएशन का संकेत होता हैं।
इन्हे भी पढ़े : Doji Candlestick Chart Pattern क्या हैं?
बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern) क्या हैं ?
जब किसी चार्ट पैटर्न में रेसिस्टेन्स लाइन पर एक बड़ी बॉडी वाली लाल कैंडल का निर्माण होता हैं जिसकी शैडो या तो बहुत छोटी होती हैं या नहीं होती हैं। उसे ही बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick) कहते हैं। यह एक ट्रेंड रेवेर्सल और ट्रेंड कॉन्टिनुएशन कैंडल होती हैं। जो अपट्रेंड को डाउनट्रेंड में बदलती या बदलने की कोशिश करती हैं।
बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के गुण :
- यह पैटर्न शेयर के रेसिस्टेन्स और डाउनट्रेंड में कहीं भी पाया जा सकता हैं।
- यह एक लाल रंग का कैंडल होता हैं जिसका निर्माण एक बड़ी गिरावट में होता हैं।
- बेयरिश मारुबोज़ू कैंडल में बॉडी बहुत बड़ी होती हैं जो एक मजबूत डाउनट्रेंड को इंगित करती हैं।
- इसकी शैडो या तो बहुत छोटी या बिलकुल नहीं होती हैं।
बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक कितने प्रकार की होती हैं ?
शैडो के हिसाब से यह कैंडल 3 प्रकार की होती हैं :
शैडो रहित बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक: इसमें दोनों तरफ किसी भी प्रकार की शैडो नहीं होती हैं।
ओपन बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक: केवल निचली तरफ छोटी सी शैडो होती हैं।
क्लोज बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक: केवल ऊपरी तरफ छोटी सी शैडो होती हैं।
बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern) का निर्माण कब होता हैं ?
जैसे कि ऊपर बताया गया हैं कि बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक किसी भी चार्ट पैटर्न पर कहीं भी बन सकती हैं लेकिन एक विश्वसनीय बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक अगर अपट्रेंड में या पहले से चलते डाउन ट्रेंड में रेसिस्टेन्स पर बनती हैं तो यह ट्रेडिंग और निवेश के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकती हैं।
- अगर बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का निर्माण कम से कम पांच कैंडल के अपट्रेंड में रेसिस्टेन्स लाइन पर होता हैं तो यह एक अच्छी बेयरिश ट्रेंड रेवेर्सल सिग्नल देती हैं। लेकिन सेफ्टी के लिए कन्फर्मेशन कैंडल और अन्य टेक्निकल इंडीकेटर्स का इस्तेमाल करना न भूलें।
- पहले से चलते डाउनट्रेंड में अगर बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का निर्माण होता हैं तो यह ट्रेंड कॉन्टिनुएशन का सिग्नल देती हैं।
बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern) की पहचान कैसे करें ?
बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक की पहचान करना बहुत ही आसान हैं आपको सिर्फ कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को खोलना हैं और अपनी ट्रेडिंग रणनीति के हिसाब से अपट्रेंड और पहले से चलते डाउनट्रेंड में रेसिस्टेन्स लाइन पर सिर्फ ऐसी कैंडल को देखना हैं। जिसकी एक बहुत बड़ी लाल बॉडी और एक शैडो बहुत छोटी या न के बराबर हो।ध्यान रहें मारुबोज़ू कैंडलस्टिक में सिर्फ एक तरफ शैडो होती हैं न कि दोनों तरफ।
बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern) में ट्रेड कब और कैसे लें
बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न में आप ट्रेड दो तरह से लें सकते हैं
- अपट्रेंड के रेसिस्टेन्स पर।
- पहले से चलते डाउनट्रेंड के रेसिस्टेन्स पर।
अपट्रेंड के रेसिस्टेन्स पर:
अगर आपकी स्टॉक के प्रति फंडामेंटल और टेक्निकल रिसर्च अच्छी हैं और आपको लगता हैं कि स्टॉक के प्राइस में काफी हद तक करेक्शन आ गया हैं। तो आपको स्टॉक के अपट्रेंड में जैसे ही कोई बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक बनती हैं तो आपको जब तक अगली बनने वाली बेयरिश कैंडल , सेफ्टी के लिए बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक की पिछली 3 कैंडल के लो या अगर आप रिस्क लेने के लिए तैयार हैं तो आपको बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के लो को ब्रेक के बाद ही एंट्री लेनी हैं।
पहले से चलते डाउनट्रेंड के रेसिस्टेन्स पर:
अगर कोई स्टॉक पहले से ही डाउनट्रेंड में हैं और आप स्टॉक में एंट्री लेना चाहते हैं तो आपको चार्ट में रेसिस्टेन्स लाइन पर बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के बनने और पिछली 3 कैंडल के लो को ब्रेक या अगर आप रिस्क लेने के लिए तैयार हैं तो आप बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के लो को ब्रेक करने वाली अगली कन्फर्मेशन कैंडल के बाद ही ट्रेड लें सकते हैं ।
बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern) में टार्गेट कैसे सेट करें
अगर आप चार्ट पैटर्न में बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक को ढूढ लेते हैं और कन्फर्मेशन हो जाता हैं तो आपको ट्रेड में एंट्री से पहले अपने टारगेट और स्टॉपलॉस को सेट जरूर करना चाहिए।आप बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के ट्रेड के टारगेट को सेट करने के लिए निम्न तरीका अपना सकते हैं।
बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के ट्रेड में टारगेट सेट करने के लिए ट्रेडर्स बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के हाई और एंट्री पॉइंट के अंतर जितना टारगेट के रूप में सेट कर सकते हैं।
- Measure the Height of the Candlestick: सबसे पहले आपको ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस के अंतर को मांपना हैं यह आपको एक बेयरिश मोमेंटम के परिमाण या आकर के बारे में सुझाव मिल सकें।
- Identify Resistance Levels : उसके बाद आपको प्राइस चार्ट पर बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के बनने के बाद सपोर्ट लेवल्स को देखना कि आसपास कोई सपोर्ट लेवल तो नहीं हैं। जो प्राइस को नीचे जाने से रोक दे। इन लेवल्स को ढूढ़ने के लिए आप पिछले लो,ट्रेंडलाइन्स ,और फिबोनैकी रेट्रासेमेन्ट लेवल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- Consider Moving Averages:अगर आप मूविंग एवरेज का इस्तेमाल करते हैं तो आपको प्राइस को मूविंग एवरेज के साथ जोड़कर देखना हैं कि प्राइस ,मूविंग एवरेज के आसपास कहा पर हैं। मूविंग एवरेज एक गतिशील सपोर्ट और रेसिस्टेन्स की तरह कार्य करता हैं। यदि आपका प्राइस मान लेते हैं कि 50 DMA और 200 DMA से नीचे हैं तो यह आपके टारगेट को अचीव करने में बहुत पॉजिटिव कारक की तरह कार्य करेगा।
- Evaluate Market Sentiment:आपको ट्रेड लेने से पहले स्टॉक के प्रति मार्केट में कैसी न्यूज़ चल रही हैं इसका एनालिसिस जरूर करना चाहिए। यह स्टॉक की फाइनेंसियल रिपोर्ट्स, डील्स या इंटरनल मैनेजमेंट किसी भी तरह की न्यूज़ हो सकती हैं। इस प्रकार की न्यूज़ बेयरिश ट्रेंड रेवेर्सल और ट्रेंड कॉन्टिनुएशन के लिए बहुत सेंसिटिव हो सकती हैं। अच्छी न्यूज़ प्राइस को ऊपर और खराब न्यूज़ प्राइस को बहुत जल्दी नीचे लाती हैं।
- Set Realistic Targets: हमेशा इस तरह के टारगेट सेट करने की कोशिश करें जो प्राप्त करने योग्य हों,कभी भी ज्यादा दूर वाले टारगेट सेट नहीं करने चाहिए।
उदाहरण : मान लेते हैं कि किसी अपट्रेंड में स्टॉक के चार्ट पैटर्न पर बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का निर्माण और कन्फर्मेशन हो गया हैं। अब आप ट्रेड लेना चाहते हैं बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का हाई 100 और लो 80 और बेयरिश कन्फर्मेशन कैंडल का हाई 95 और लो 75 हैं।अब जैसे ही बेयरिश कैंडल ,बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के लो को 79 पर या सेफ्टी के लिए बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के पीछे की 3 कैंडल के लो को काटती हैं तब टारगेट इस प्रकार से सेट करते हैं …………….
यहाँ पर ट्रेड का एंट्री पॉइंट 79 हैं
ट्रेडर्स का टारगेट = ट्रेड का एंट्री पॉइंट -( बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक का हाई – ट्रेड का एंट्री पॉइंट )
ट्रेडर्स का टारगेट = 79 -( 100 – 79 )
ट्रेडर्स का टारगेट =79 -21
ट्रेडर्स का टारगेट =58
इस स्थिति में ट्रेडर अपना टार्गेट 58 रुपये पर लगा सकते हैं।
या
अगर आप इस तरीके से टारगेट सेट नहीं करना चाहते हैं तो आपको चार्ट पैटर्न को लगातार वॉच करके चलना पड़ेगा और जब तक मार्केट में कोई अपट्रेंड रेवेर्सल सिग्नल या कैंडल नहीं बन जाता तब तक आपको प्रॉफिट बुक नहीं करना हैं लेकिन कैपिटल और प्रॉफिट की सेफ्टी के लिए आपको ट्रेलिंग स्टॉपलॉस का इस्तेमाल जरूर करना हैं।
बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक( Bearish Marubozu Candlestick Pattern) में स्टॉपलॉस सेट कैसे और कहाँ करें ?
अभी तक आप लाइव चार्ट पैटर्न में बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक की पहचान, कन्फर्मेशन और टारगेट सेट करने के बारें में विस्तार में जान चुकें हैं। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता हैं कि अगर मार्केट में ट्रेडिंग के दौरान कोई ट्रेड आपको उल्टा पड़ जाता हैं तो आपकी सारी ट्रेडिंग कैपिटल एक झटके में खत्म हो सकती हैं। इसी समस्या से बचने के लिए ट्रेडर्स को ट्रेड में एंट्री के समय स्टॉपलॉस आर्डर को जरूर सेट करके रखना चाहिए।
बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न से ट्रेड करते समय ट्रेडर्स को बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक के हाई का स्टॉपलॉस लगाना चाहिए। जिससे कैपिटल की हानि कम से कम हो।
और जैसे ही मार्केट डाउनट्रेंड में आगे गिरता चलें आपको ट्रेलिंग स्टॉपलॉस का प्रयोग करके अपने प्रॉफिट और कैपिटल को बचाकर चलना हैं।
मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न से ट्रेड करने के लिए कुछ टिप्स
अगर आप मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न से मार्केट में ट्रेड करते हैं तो आपको निम्न बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
- मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न के कन्फर्मेशन के लिए पिछली कम से कम 3 कैंडल के हाई या लो को ब्रेक करने के बाद ही ट्रेड लेना चाहिए।
- मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न में टाइम फ्रेम का बहुत ही महत्व होता हैं अगर आप इंट्राडे ट्रेडर हैं आप 5 MIN ,15 MIN कैंडल का प्रयोग। अगर स्विंग और पोसिशनल ट्रेडर हैं तो आपको क्रमशः 1 Hr ,5 Hr और डेली और वीकली कैंडल का प्रयोग करना चाहिए।
- सफल ट्रेडर की तरह शेयर मार्केट में हमेशा प्रॉफिट बुकिंग करते रहना चाहिए।
- केवल मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न के भरोसे ट्रेड नहीं करना चाहिए आपको कन्फर्मेशन के अन्य इंडीकेटर्स भी इस्तेमाल करने चाहिए।
- हिस्टोरिकल चार्ट पैटर्न पर बैकटेस्टिंग करके अपनी ट्रेडिंग एक्यूरेसी को बढ़ाना चाहिए।
- बार बार लॉस करने से बचना चाहिए।
- किसी भी रणनीति पर आंख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए कोई भी रणनीति 100% कारगर नहीं होती।
FAQ :
Q1 मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?
A1 यह एक बहुत बड़ी बॉडी की कैंडल होती हैं जिसमे या तो शैडो नहीं होती हैं या बहुत छोटी होती हैं।
Q2 मारुबोजू कैंडल कितने प्रकार का होता है?
A2 यह मुख्यता दो प्रकार की होती हैं 1 . बुलिश मारुबोजू कैंडलस्टिक 2 . बेयरिश मारुबोजू कैंडलस्टिक।
Q3 बुलिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक क्या है ?
A3 यह एक हरे रंग की बड़ी बॉडी की कैंडल होती हैं जिसमे या तो शैडो नहीं होती हैं या बहुत छोटी होती हैं।
Q4 बेयरिश मारुबोज़ू कैंडलस्टिक किसे कहते है ?
A4 यह एक हरे रंग की बड़ी बॉडी की कैंडल होती हैं जिसमे या तो शैडो नहीं होती हैं या बहुत छोटी होती हैं।
Q5 मारुबोजू कैंडलस्टिक पैटर्न की सक्सेस रेट क्या हैं ?
A5 यह पैटर्न 10 में से लगभग 6-7 बार कारगर साबित होती हैं और अच्छा मुनाफा दे के जाती हैं।
सारांश(Summary)
मेरे प्रिय दोस्तों आज के इस लेख में हमने मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Marubozu Candlestick Pattern) Full Detail in Hindi के विषय में बहुत विस्तार में जाना कि मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न क्या होता हैं ,कैसे इसका निर्माण होता हैं ,इसकी पहचान कैसे की जा सकती हैं और मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न से मार्केट में ट्रेड कैसे लिए जा सकते हैं।
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